Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2017 · 1 min read

ग़ज़ल होती है

खो के सब कुछ भी मिले जो वो ग़ज़ल होती है l
नींद आंखों से उड़ा दो तो गजल होती है ll

लोग शब्दों से बयां करते जज्बातों को l
दर्द लफ़्ज़ों में जो ढालो तो ग़ज़ल होती है ll

तीर तरकश से चलेगा तो निशाना होगा l
जो निशाना खुद ही बनो तो गजल होती है ll

आने दो आने गुजर जाता ए जीवन अपना l
जेब खाली जो मिले वो तो गजल होती है ll

खून जलता हो जुबा चुप हो “सलिल” तो पक्का l
मान अपना जो बचाओ तो गजल होती है ll

संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश l

648 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कठिन समय रहता नहीं
कठिन समय रहता नहीं
Atul "Krishn"
कानून?
कानून?
nagarsumit326
■ 100% तौहीन...
■ 100% तौहीन...
*Author प्रणय प्रभात*
मोर
मोर
Manu Vashistha
सर्द हवाओं का मौसम
सर्द हवाओं का मौसम
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मुझको उनसे क्या मतलब है
मुझको उनसे क्या मतलब है
gurudeenverma198
उम्मीद की आँखों से अगर देख रहे हो,
उम्मीद की आँखों से अगर देख रहे हो,
Shweta Soni
Humiliation
Humiliation
AJAY AMITABH SUMAN
माता रानी की भेंट
माता रानी की भेंट
umesh mehra
2382.पूर्णिका
2382.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
अरशद रसूल बदायूंनी
गिनती
गिनती
Dr. Pradeep Kumar Sharma
इंसान का मौलिक अधिकार ही उसके स्वतंत्रता का परिचय है।
इंसान का मौलिक अधिकार ही उसके स्वतंत्रता का परिचय है।
Rj Anand Prajapati
तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम्
तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*आई सदियों बाद है, राम-नाम की लूट (कुंडलिया)*
*आई सदियों बाद है, राम-नाम की लूट (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
शिक्षक हूँ  शिक्षक ही रहूँगा
शिक्षक हूँ शिक्षक ही रहूँगा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
भरोसा प्यार उम्र भर का,
भरोसा प्यार उम्र भर का,
Satish Srijan
दृढ़
दृढ़
Sanjay ' शून्य'
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेला लगता तो है, मेल बढ़ाने के लिए,
मेला लगता तो है, मेल बढ़ाने के लिए,
Buddha Prakash
अनजान लड़का
अनजान लड़का
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दिल कुछ आहत् है
दिल कुछ आहत् है
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था
जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
" सब भाषा को प्यार करो "
DrLakshman Jha Parimal
सभी कहें उत्तरांचली,  महावीर है नाम
सभी कहें उत्तरांचली, महावीर है नाम
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*मीठे बोल*
*मीठे बोल*
Poonam Matia
💐प्रेम कौतुक-453💐
💐प्रेम कौतुक-453💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
राजनीति में ना प्रखर,आते यह बलवान ।
राजनीति में ना प्रखर,आते यह बलवान ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
"डगर"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...