Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2016 · 1 min read

ग़ज़ल :– दिलों का दर्द है ऐसा !!

ग़ज़ल :– दिलों का दर्द है ऐसा !!
गजलकार :– अनुज तिवारी “इन्दवार”

दिलों का दर्द है ऐसा जताने मे मजा आता ।
छिपाने का मजा अपना बताने मे मजा आता ।

भरे इन जख्म मे अपना कोई मरहम लगा जाये !
ऐसे जख्म की पीडा उठाने मे मजा आता ।

दिलों के दर्द को अपना समझे वही हमदम ।
दिलवर उसे अपना बनाने मे मजा आता ।

कहीं जब भूल वस अपनी अपना रूठ जाए तो ।
लुभाने का मजा अपना रिझाने मे मजा आता ।

लगे अब प्यार करने मे तराने दर्द के मीठे ।
जब गम हों जुदाई के महखाने मे मजा आता ।

1 Like · 1 Comment · 777 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
Rajesh vyas
कितने ही गठबंधन बनाओ
कितने ही गठबंधन बनाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मुझको चाहिए एक वही
मुझको चाहिए एक वही
Keshav kishor Kumar
राखी
राखी
Shashi kala vyas
डर-डर से जिंदगी यूं ही खत्म हो जाएगी एक दिन,
डर-डर से जिंदगी यूं ही खत्म हो जाएगी एक दिन,
manjula chauhan
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
छलावा
छलावा
Sushmita Singh
*परियों से  भी प्यारी बेटी*
*परियों से भी प्यारी बेटी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बदली है मुफ़लिसी की तिज़ारत अभी यहाँ
बदली है मुफ़लिसी की तिज़ारत अभी यहाँ
Mahendra Narayan
अपने-अपने राम
अपने-अपने राम
Shekhar Chandra Mitra
डॉ. नामवर सिंह की रसदृष्टि या दृष्टिदोष
डॉ. नामवर सिंह की रसदृष्टि या दृष्टिदोष
कवि रमेशराज
क्रिसमस से नये साल तक धूम
क्रिसमस से नये साल तक धूम
Neeraj Agarwal
दोहे-*
दोहे-*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
नयकी दुलहिन
नयकी दुलहिन
आनन्द मिश्र
संयुक्त परिवार
संयुक्त परिवार
विजय कुमार अग्रवाल
चंद्रयान 3
चंद्रयान 3
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
जूते व जूती की महिमा (हास्य व्यंग)
जूते व जूती की महिमा (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
ତୁମ ର ହସ
ତୁମ ର ହସ
Otteri Selvakumar
तेरी कमी......
तेरी कमी......
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
"सुसु के डैडी"
*Author प्रणय प्रभात*
खुद की तलाश में।
खुद की तलाश में।
Taj Mohammad
जिन्दगी
जिन्दगी
Bodhisatva kastooriya
जो पड़ते हैं प्रेम में...
जो पड़ते हैं प्रेम में...
लक्ष्मी सिंह
2782. *पूर्णिका*
2782. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ऑंसू छुपा के पर्स में, भरती हैं पत्नियॉं
ऑंसू छुपा के पर्स में, भरती हैं पत्नियॉं
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-379💐
💐प्रेम कौतुक-379💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"अहसासों का समीकरण"
Dr. Kishan tandon kranti
अपनी-अपनी विवशता
अपनी-अपनी विवशता
Dr. Pradeep Kumar Sharma
!! गुलशन के गुल !!
!! गुलशन के गुल !!
Chunnu Lal Gupta
*अगर दूसरे आपके जीवन की सुंदरता को मापते हैं तो उसके मापदंड
*अगर दूसरे आपके जीवन की सुंदरता को मापते हैं तो उसके मापदंड
Seema Verma
Loading...