Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jul 2016 · 1 min read

गजल

देख तुझको हमें करार मिला
आज जीवन कहीं उधार मिला

प्यास मिटती गई तभी मेरी
प्यार का जब मुझे खुमार मिला

जब मिला तू नहीं कभी उससे
रोज तेरा उसे इन्तजार मिला

साथ तेरा मुझे मिला प्यारा
जब रचा ब्याह साथ यार मिला

गोद मेरी भरी बहन ने जब
वक्त उस तो यहीं नया हार मिला

ढूढ़ता हूँ कहाँ -कहाँ उसको
वो हमें तो इसी नदी पार मिला

देख लाखों भटक रहे है क्यों
कर पता कोन सा न सार मिला

67 Likes · 1 Comment · 405 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
बेटी नहीं उपहार हैं खुशियों का संसार हैं
बेटी नहीं उपहार हैं खुशियों का संसार हैं
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
कवि रमेशराज
राम प्रकाश सर्राफ पुरस्कार आदि कार्यक्रम ( 26 दिसंबर 2006 से
राम प्रकाश सर्राफ पुरस्कार आदि कार्यक्रम ( 26 दिसंबर 2006 से
Ravi Prakash
"चंदा मामा, चंदा मामा"
राकेश चौरसिया
मुलाक़ातें ज़रूरी हैं
मुलाक़ातें ज़रूरी हैं
Shivkumar Bilagrami
ख़्याल
ख़्याल
Dr. Seema Varma
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
मंदिर जाना चाहिए
मंदिर जाना चाहिए
जगदीश लववंशी
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
🍀🌺🍀🌺🍀🌺🍀🌺🍀🌺🍀🍀🌺🍀🌺🍀
🍀🌺🍀🌺🍀🌺🍀🌺🍀🌺🍀🍀🌺🍀🌺🍀
subhash Rahat Barelvi
आप  की  मुख्तसिर  सी  मुहब्बत
आप की मुख्तसिर सी मुहब्बत
shabina. Naaz
आत्मविश्वास की कमी
आत्मविश्वास की कमी
Paras Nath Jha
इतिहास
इतिहास
Dr.Priya Soni Khare
छप्पय छंद विधान सउदाहरण
छप्पय छंद विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
टिमटिमाता समूह
टिमटिमाता समूह
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
23/103.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/103.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
न हो आश्रित कभी नर पर, इसी में श्रेय नारी का।
न हो आश्रित कभी नर पर, इसी में श्रेय नारी का।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*जीवन में जब कठिन समय से गुजर रहे हो,जब मन बैचेन अशांत हो गय
*जीवन में जब कठिन समय से गुजर रहे हो,जब मन बैचेन अशांत हो गय
Shashi kala vyas
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
ତୁମ ର ହସ
ତୁମ ର ହସ
Otteri Selvakumar
दरवाज़ों पे खाली तख्तियां अच्छी नहीं लगती,
दरवाज़ों पे खाली तख्तियां अच्छी नहीं लगती,
पूर्वार्थ
धरती का बेटा
धरती का बेटा
Prakash Chandra
मौत के लिए किसी खंज़र की जरूरत नहीं,
मौत के लिए किसी खंज़र की जरूरत नहीं,
लक्ष्मी सिंह
भाग्य पर अपने
भाग्य पर अपने
Dr fauzia Naseem shad
नज़र
नज़र
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
Price less मोहब्बत 💔
Price less मोहब्बत 💔
Rohit yadav
(15)
(15) " वित्तं शरणं " भज ले भैया !
Kishore Nigam
Bundeli Doha by Rajeev Namdeo Rana lidhorI
Bundeli Doha by Rajeev Namdeo Rana lidhorI
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
SURYA PRAKASH SHARMA
गीत
गीत
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
Loading...