Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jan 2017 · 1 min read

गजल

“नहीं आती है नींद मुझे रातो को
तुम रोज ख्वाबो मे आना छोड दो,

ना हंस पाता हु मै तेरी खामोशी से
यूं खामोश रहके सताना छोड दो,

तेरी मुस्कान है संजीवनी मेरे लिये
तुम हर पल ये रुठ जाना छोड दो,

नहीं खिलते अब बागों मे फुल कहीं
तुम लब्जो को आजमाना छोड दो,

मुंह मोड लिया है अब बहारो ने यहा
यूँ रुठके हमसे दुर जाना छोड दो,

बिखेरदो फिर से बहार इन विरानो मे
सुर्ख अधरो पे गीत गुनगुनाना छेड दो,

277 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्रोध
क्रोध
लक्ष्मी सिंह
भीष्म के उत्तरायण
भीष्म के उत्तरायण
Shaily
वार
वार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
(14) जान बेवजह निकली / जान बेवफा निकली
(14) जान बेवजह निकली / जान बेवफा निकली
Kishore Nigam
चयन
चयन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रिश्ते नातों के बोझ को उठाए फिरता हूॅ॑
रिश्ते नातों के बोझ को उठाए फिरता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
स्वर्ग से सुंदर अपना घर
स्वर्ग से सुंदर अपना घर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
रेणुका और जमदग्नि घर,
रेणुका और जमदग्नि घर,
Satish Srijan
दिन भी बहके से हुए रातें आवारा हो गईं।
दिन भी बहके से हुए रातें आवारा हो गईं।
सत्य कुमार प्रेमी
छत्तीसगढ़ के युवा नेता शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana
छत्तीसगढ़ के युवा नेता शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana
Bramhastra sahityapedia
ऐसे न देख पगली प्यार हो जायेगा ..
ऐसे न देख पगली प्यार हो जायेगा ..
Yash mehra
तू रुक ना पायेगा ।
तू रुक ना पायेगा ।
Buddha Prakash
चेहरे की तलाश
चेहरे की तलाश
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
■ लानत ऐसे सिस्टम पर।।
■ लानत ऐसे सिस्टम पर।।
*Author प्रणय प्रभात*
लम्हा भर है जिंदगी
लम्हा भर है जिंदगी
Dr. Sunita Singh
While proving me wrong, keep one thing in mind.
While proving me wrong, keep one thing in mind.
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*सिर्फ तीन व्यभिचारियों का बस एक वैचारिक जुआ था।
*सिर्फ तीन व्यभिचारियों का बस एक वैचारिक जुआ था।
Sanjay ' शून्य'
गुरू द्वारा प्राप्त ज्ञान के अनुसार जीना ही वास्तविक गुरू दक
गुरू द्वारा प्राप्त ज्ञान के अनुसार जीना ही वास्तविक गुरू दक
SHASHANK TRIVEDI
प्रेमियों के भरोसे ज़िन्दगी नही चला करती मित्र...
प्रेमियों के भरोसे ज़िन्दगी नही चला करती मित्र...
पूर्वार्थ
अयोध्या धाम
अयोध्या धाम
Mukesh Kumar Sonkar
कृपया मेरी सहायता करो...
कृपया मेरी सहायता करो...
Srishty Bansal
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
Arghyadeep Chakraborty
*सीधे-सादे चलिए साहिब (हिंदी गजल)*
*सीधे-सादे चलिए साहिब (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
!! ख़ुद को खूब निरेख !!
!! ख़ुद को खूब निरेख !!
Chunnu Lal Gupta
आंबेडकर न होते तो...
आंबेडकर न होते तो...
Shekhar Chandra Mitra
24/241. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/241. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"खुद्दारी"
Dr. Kishan tandon kranti
मुक्तक
मुक्तक
महेश चन्द्र त्रिपाठी
आज का यथार्थ~
आज का यथार्थ~
दिनेश एल० "जैहिंद"
वाचाल सरपत
वाचाल सरपत
आनन्द मिश्र
Loading...