Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2017 · 1 min read

क्यूँ रंग बिखरा देख दिल सफाई देता है…

धुंआ धुंआ सा ये शहर दिखाई देता है…..
हरेक शख्स ही जिस्म की दुहाई देता है……

हरेक बात में चर्चा था मेरे इश्क़ का यहाँ….
क्यूँ आज गुमसुम मौसम दिखाई देता है….

उड़ा फिरा किया हरदम जो वक़्त से आगे….
वही ज़मीं पे अब फिसलता दिखाई देता है….

उसने मांगी थी दो वक़्त की रोटी लेकिन….
शहर का शहर ये भूखा दिखाई देता है….

गर न तेरा लहू है न मेरा ‘चन्दर’….
क्यूँ रंग बिखरा देख दिल सफाई देता है…

444 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from CM Sharma
View all
You may also like:
ग़ज़ल/नज़्म/मुक्तक - बिन मौसम की बारिश में नहाना, अच्छा है क्या
ग़ज़ल/नज़्म/मुक्तक - बिन मौसम की बारिश में नहाना, अच्छा है क्या
अनिल कुमार
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
चिढ़ है उन्हें
चिढ़ है उन्हें
Shekhar Chandra Mitra
हुआ क्या तोड़ आयी प्रीत को जो  एक  है  नारी
हुआ क्या तोड़ आयी प्रीत को जो एक है नारी
Anil Mishra Prahari
जीवन और रंग
जीवन और रंग
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
होली का रंग
होली का रंग
मनोज कर्ण
यादों की शमा जलती है,
यादों की शमा जलती है,
Pushpraj Anant
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
गुस्सा सातवें आसमान पर था
गुस्सा सातवें आसमान पर था
सिद्धार्थ गोरखपुरी
* हिन्दी को ही *
* हिन्दी को ही *
surenderpal vaidya
ये मौसम ,हाँ ये बादल, बारिश, हवाएं, सब कह रहे हैं कितना खूबस
ये मौसम ,हाँ ये बादल, बारिश, हवाएं, सब कह रहे हैं कितना खूबस
Swara Kumari arya
■ थोथे नेता, थोथे वादे।।
■ थोथे नेता, थोथे वादे।।
*Author प्रणय प्रभात*
इश्क़ में ज़हर की ज़रूरत नहीं है बे यारा,
इश्क़ में ज़हर की ज़रूरत नहीं है बे यारा,
शेखर सिंह
रमेशराज की बच्चा विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की बच्चा विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
विरान तो
विरान तो
rita Singh "Sarjana"
मेरे अल्फाज याद रखना
मेरे अल्फाज याद रखना
VINOD CHAUHAN
क्रेडिट कार्ड
क्रेडिट कार्ड
Sandeep Pande
जाना जग से कब भला , पाया कोई रोक (कुंडलिया)*
जाना जग से कब भला , पाया कोई रोक (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-311💐
💐प्रेम कौतुक-311💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हमसे तुम वजनदार हो तो क्या हुआ,
हमसे तुम वजनदार हो तो क्या हुआ,
Umender kumar
3287.*पूर्णिका*
3287.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
लोग ऐसे दिखावा करते हैं
लोग ऐसे दिखावा करते हैं
ruby kumari
हर राह मौहब्बत की आसान नहीं होती ।
हर राह मौहब्बत की आसान नहीं होती ।
Phool gufran
तोड देना वादा,पर कोई वादा तो कर
तोड देना वादा,पर कोई वादा तो कर
Ram Krishan Rastogi
जय माँ दुर्गा देवी,मैया जय अंबे देवी...
जय माँ दुर्गा देवी,मैया जय अंबे देवी...
Harminder Kaur
रूपगर्विता
रूपगर्विता
Dr. Kishan tandon kranti
हम हिंदुओ का ही हदय
हम हिंदुओ का ही हदय
ओनिका सेतिया 'अनु '
उत्कृष्टता
उत्कृष्टता
Paras Nath Jha
होरी के हुरियारे
होरी के हुरियारे
Bodhisatva kastooriya
सलाह
सलाह
श्याम सिंह बिष्ट
Loading...