Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jul 2017 · 1 min read

क्या तुमको हमसे प्यार नहीं ?

???????
हमें तुमसे प्यार कितना
तेरा इंतजार कितना
तुमको एतबार नहीं
क्या तुमको हमसे प्यार नहीं ।

चाहा तुमको हद से ज्यादा
तुमने किया ना कोई वादा
क्यों दिल तेरा बेकरार नहीं
क्या तुमको हमसे प्यार नहीं ।

मेरा प्यार भरा दिल तोड़ा
मेरा दर्द से नाता जोड़ा
क्यों तुमको इकरार नहीं
क्या तुमको हमसे प्यार नहीं ।

तुमने मुझसे नाता तोड़ा
दिल तन्हा करके छोड़ा
कैसे जिएंगे तुम बिन
जब तुमको हमसे प्यार नहीं ।

जिन्दा हैं मगर जिन्दा नहीं
रहा जिंदगी से प्यार नहीं
जी लिए बहुत तेरे बिन
अब जीना स्वीकार नहीं ।

क्या तुमको हमसे प्यार नहीं ।
क्या तुमको हमसे प्यार नहीं ।।
????????

Language: Hindi
Tag: गीत
4 Likes · 1325 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
खुबिया जानकर चाहना आकर्षण है.
खुबिया जानकर चाहना आकर्षण है.
शेखर सिंह
अज़ल से इंतजार किसका है
अज़ल से इंतजार किसका है
Shweta Soni
थम जाने दे तूफान जिंदगी के
थम जाने दे तूफान जिंदगी के
कवि दीपक बवेजा
सृजन
सृजन
Rekha Drolia
#justareminderdrarunkumarshastri
#justareminderdrarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Love
Love
Abhijeet kumar mandal (saifganj)
पेट लव्हर
पेट लव्हर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आधुनिक समय में धर्म के आधार लेकर
आधुनिक समय में धर्म के आधार लेकर
पूर्वार्थ
मेरी फितरत
मेरी फितरत
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
दो शरारती गुड़िया
दो शरारती गुड़िया
Prabhudayal Raniwal
“यादों के झरोखे से”
“यादों के झरोखे से”
पंकज कुमार कर्ण
*ले औषधि संजीवनी, आए रातों-रात (कुछ दोहे)*
*ले औषधि संजीवनी, आए रातों-रात (कुछ दोहे)*
Ravi Prakash
मुस्कुरायें तो
मुस्कुरायें तो
sushil sarna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Dr. Sunita Singh
जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
"सियासत"
Dr. Kishan tandon kranti
रक्त को उबाल दो
रक्त को उबाल दो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वक़्त बुरा यूँ बीत रहा है / उर में विरहा गीत रहा है
वक़्त बुरा यूँ बीत रहा है / उर में विरहा गीत रहा है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हसीब सोज़... बस याद बाक़ी है
हसीब सोज़... बस याद बाक़ी है
अरशद रसूल बदायूंनी
पूरा जब वनवास हुआ तब, राम अयोध्या वापस आये
पूरा जब वनवास हुआ तब, राम अयोध्या वापस आये
Dr Archana Gupta
कमियाॅं अपनों में नहीं
कमियाॅं अपनों में नहीं
Harminder Kaur
गुनहगार तू भी है...
गुनहगार तू भी है...
मनोज कर्ण
मना लिया नव बर्ष, काम पर लग जाओ
मना लिया नव बर्ष, काम पर लग जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नारी तुम
नारी तुम
Anju ( Ojhal )
वक़्त की रफ़्तार को
वक़्त की रफ़्तार को
Dr fauzia Naseem shad
■ लानत ऐसे सिस्टम पर।।
■ लानत ऐसे सिस्टम पर।।
*Author प्रणय प्रभात*
सत्कर्म करें
सत्कर्म करें
Sanjay ' शून्य'
देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है।
देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है।
सत्य कुमार प्रेमी
अध्यापक दिवस
अध्यापक दिवस
SATPAL CHAUHAN
अंकित के हल्के प्रयोग
अंकित के हल्के प्रयोग
Ms.Ankit Halke jha
Loading...