Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2017 · 1 min read

कृष्ण

हे वासुदेव केशव सर्वपालक
तुम्हारा क्या मैं अर्थात लिखूं?
तुम अच्युत, गोपाल, उपेंद्र,
पुरुषोत्तम क्या मैं यथार्थ लिखूं।
हे परमआनंद,सागरअनंता,
कामसांतक,कंस वधकर्ता
अद्भुत सौंदर्य के स्वामी,
किन शब्दों में परमार्थ लिखूं?
चेतना का चिंतन लिखूं,
आत्मा का मंथन लिखूं ,
ग्वाला लिखूं,अमृत प्याला लिखूं
या फिर मनमोहन तुमको
शाश्वत प्रीत प्रेम की मधुशाला लिखूं।
सबको मोहित और भ्रमित करने वाले,
हे निर्लिप्त योगेश्वर चेतना चिंतक,
जगदीश ऋषिकेश या संतृप्त देवेश्वर लिखूं।
देवकी नंदन या यशोदा का ललना लिखूं
मथुरा का युवराज या गोकुल का पलना लिखूं।
राधा का प्रियतम लिखूं या रुकमण का भरतार लिखूं
सत्यभामा के श्रीतम लिखूं या तुमको पालनहार लिखूं।
मधुसूदन मदनमोहन या गोप प्रिय गोपाल लिखूं
तुम सर्वज्ञ सर्वज्ञाता क्या अपने हृदय का हाल लिखूं।
हे आत्मतत्व चिंतन, हे दिव्य संजीवन या
प्राणेश्वर परमसर्वात्मा लिखूं।
अमृत जैसे स्वरूप वाले,अर्जुन के सारथी,
हे अविनाशी प्रभु मैं तेरी जय जयकार लिखूं।
क्या रिश्ता है मेरा तुमसे, है मुझसे क्या सरोकार लिखूं।
पद्महस्ता, पद्मनाभ या अमृत जल की आब लिखूं।
नीलवर्ण हे श्याम मेरे क्या नीलम सा माहताब लिखूं।
जीवन का शाश्वत लिखूं या सिंदुरी सा ख्वाब लिखूं।
नीलम शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 632 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2347.पूर्णिका
2347.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मलाल आते हैं
मलाल आते हैं
Dr fauzia Naseem shad
वतन
वतन
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
चिंतन
चिंतन
ओंकार मिश्र
पकौड़े चाय ही बेचा करो अच्छा है जी।
पकौड़े चाय ही बेचा करो अच्छा है जी।
सत्य कुमार प्रेमी
जीवन और मृत्यु के मध्य, क्या उच्च ये सम्बन्ध है।
जीवन और मृत्यु के मध्य, क्या उच्च ये सम्बन्ध है।
Manisha Manjari
बुद्ध रूप ने मोह लिया संसार।
बुद्ध रूप ने मोह लिया संसार।
Buddha Prakash
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
umesh mehra
Yaade tumhari satane lagi h
Yaade tumhari satane lagi h
Kumar lalit
हलमुखी छंद
हलमुखी छंद
Neelam Sharma
पिछले 4 5 सालों से कुछ चीजें बिना बताए आ रही है
पिछले 4 5 सालों से कुछ चीजें बिना बताए आ रही है
Paras Mishra
मित्रतापूर्ण कीजिए,
मित्रतापूर्ण कीजिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सिर्फ व्यवहारिक तौर पर निभाये गए
सिर्फ व्यवहारिक तौर पर निभाये गए
Ragini Kumari
Who is whose best friend
Who is whose best friend
Ankita Patel
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
Anand Kumar
*जब से मुकदमे में फॅंसा, कचहरी आने लगा (हिंदी गजल)*
*जब से मुकदमे में फॅंसा, कचहरी आने लगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मुस्कराते हुए गुजरी वो शामे।
मुस्कराते हुए गुजरी वो शामे।
कुमार
✍🏻 ■ रसमय दोहे...
✍🏻 ■ रसमय दोहे...
*Author प्रणय प्रभात*
जमाना नहीं शराफ़त का (सामायिक कविता)
जमाना नहीं शराफ़त का (सामायिक कविता)
Dr. Kishan Karigar
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
* सुन्दर फूल *
* सुन्दर फूल *
surenderpal vaidya
कश्मकश
कश्मकश
swati katiyar
"आशा-तृष्णा"
Dr. Kishan tandon kranti
“ GIVE HONOUR TO THEIR FANS AND FOLLOWERS”
“ GIVE HONOUR TO THEIR FANS AND FOLLOWERS”
DrLakshman Jha Parimal
संसार में कोई किसी का नही, सब अपने ही स्वार्थ के अंधे हैं ।
संसार में कोई किसी का नही, सब अपने ही स्वार्थ के अंधे हैं ।
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
नेता पलटू राम
नेता पलटू राम
Jatashankar Prajapati
शौक में नहीं उड़ता है वो, उड़ना उसकी फक्र पहचान है,
शौक में नहीं उड़ता है वो, उड़ना उसकी फक्र पहचान है,
manjula chauhan
जिंदगी में हर पल खुशियों की सौगात रहे।
जिंदगी में हर पल खुशियों की सौगात रहे।
Phool gufran
राखी है अनमोल बहना की ?
राखी है अनमोल बहना की ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*****खुद का परिचय *****
*****खुद का परिचय *****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...