Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Mar 2017 · 1 min read

* कुण्डलिया *

* कुण्डलिया *
१.
चारवाक का देखिए, मनमोहन अवतार।
कहता है बस आज ही, आनंद मनाएँ यार।
आनंद मनाएँ यार, छोड़िए कल की चिंता।
सत्ता के रह साथ, जिंदगी मौज से बिता।
बात यही है सत्य, सबक लेकिन जनता का।
स्मरण कराता खूब, पाठ सब चारवाक का।
२.
बहुत नहाए मौज की, रेनकोट के साथ।
और सभी ने साथ ही, खूब रंगे थे हाथ।
खूब रंगे थे हाथ, किए अनगिन घोटाले।
पिछले सभी रिकार्ड, ध्वस्त खुद ही कर डाले।
बात यही है सत्य, नहीं जनता मन भाए।
बंद कराया खेल, बस करो बहुत नहाए।
३.
राजनीति में हो गई, नेता जी की हार।
पप्पू जी के साथ भी, लगा न बेड़ा पार।
लगा न बेड़ा पार, हो गई खरी किरकिरी।
केसरिया की आज, हवा चहुँ ओर है फिरी।
बात यही है सत्य, नहीं कुछ जाति-पाति में।
सिद्ध हुआ यह तथ्य, आज की राजनीति में।
४.
जनता ने फिर से दिया, मोदी जी का साथ।
साइकिल पँचर हो गई, टूट गया है हाथ।
टूट गया है हाथ, थका हाथी बेचारा।
बदल गया परिदृश्य, छा गया भगवा सारा।
बात यही है सत्य, जागता जब मतदाता।
लोकतंत्र के साथ, देशहित बढ़ती जनता।
*************************
-सुरेन्द्रपाल वैद्य

1 Like · 300 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from surenderpal vaidya
View all
You may also like:
*प्यार या एहसान*
*प्यार या एहसान*
Harminder Kaur
# महुआ के फूल ......
# महुआ के फूल ......
Chinta netam " मन "
2463.पूर्णिका
2463.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
प्रेम नि: शुल्क होते हुए भी
प्रेम नि: शुल्क होते हुए भी
प्रेमदास वसु सुरेखा
कामयाब लोग,
कामयाब लोग,
नेताम आर सी
अंतर्जाल यात्रा
अंतर्जाल यात्रा
Dr. Sunita Singh
सीख लिया है सभी ने अब
सीख लिया है सभी ने अब
gurudeenverma198
*न्याय-व्यवस्था : आठ दोहे*
*न्याय-व्यवस्था : आठ दोहे*
Ravi Prakash
काल  अटल संसार में,
काल अटल संसार में,
sushil sarna
हाँ बहुत प्रेम करती हूँ तुम्हें
हाँ बहुत प्रेम करती हूँ तुम्हें
Saraswati Bajpai
--एक दिन की भेड़चाल--
--एक दिन की भेड़चाल--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
उजालों में अंधेरों में, तेरा बस साथ चाहता हूँ
उजालों में अंधेरों में, तेरा बस साथ चाहता हूँ
डॉ. दीपक मेवाती
रूप कुदरत का
रूप कुदरत का
surenderpal vaidya
मौन
मौन
निकेश कुमार ठाकुर
चारू कात देख दुनियां कें,सोचि रहल छी ठाड़ भेल !
चारू कात देख दुनियां कें,सोचि रहल छी ठाड़ भेल !
DrLakshman Jha Parimal
Speciality comes from the new arrival .
Speciality comes from the new arrival .
Sakshi Tripathi
चन्द ख्वाब
चन्द ख्वाब
Kshma Urmila
बाल कविता: चूहे की शादी
बाल कविता: चूहे की शादी
Rajesh Kumar Arjun
सत्य
सत्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"बादल"
Dr. Kishan tandon kranti
दिल ये इज़हार कहां करता है
दिल ये इज़हार कहां करता है
Surinder blackpen
जीने के तकाज़े हैं
जीने के तकाज़े हैं
Dr fauzia Naseem shad
💐प्रेम कौतुक-523💐
💐प्रेम कौतुक-523💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
// दोहा ज्ञानगंगा //
// दोहा ज्ञानगंगा //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*गम को यूं हलक में  पिया कर*
*गम को यूं हलक में पिया कर*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मोहब्बत
मोहब्बत
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
एक फूल
एक फूल
Anil "Aadarsh"
।। आरती श्री सत्यनारायण जी की।।
।। आरती श्री सत्यनारायण जी की।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पीकर भंग जालिम खाई के पान,
पीकर भंग जालिम खाई के पान,
डी. के. निवातिया
छुट्टी बनी कठिन
छुट्टी बनी कठिन
Sandeep Pande
Loading...