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23 Mar 2017 · 1 min read

#कुंडलिया//नहीं दानी का सानी

बलिदानी सबसे बड़े , देकर बनें महान।
लेने वाला है ऋणी , चाहे जीत जहान।।
चाहे जीत जहान , एहसान मत भुलाना।
देना आदर मान , याद रखना अफ़साना।
सुन प्रीतम की बात , नहीं दानी का सानी।
पाता तभी सलाम , हुआ जो भी बलिदानी।

#आर.एस. ‘प्रीतम’
#सर्वाधिकार सुरक्षित कुंडलिया

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