Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jul 2017 · 1 min read

किस्सा–द्रौपदी स्वयंवर अनुक्रमांक–03

***जय हो श्री कृष्ण भगवान की***
***जय हो श्री नंदलाल जी की***

किस्सा–द्रौपदी स्वयंवर

अनुक्रमांक–03

वार्ता: राजा शल्य द्रौपदी की सुन्दरता का वर्णन सभा में करता है।।

टेक–गरजण लागे मादरदेशी मतन्या बात बणाओ ऐसी,
राणी नहीं द्रौपदी कैसी,चाहे टोह ल्यो तीनों लोक मैं।

१-मनै देखी धरकैं ध्यान, बोल रही कोयल की सी जबान,
चाबै पान लगावै मिस्सी,मोती के सम खिली बत्तीसी,
भरी धरी शरबत की सी शिशी,पी ल्युं करके ओक मैं।

२-मूषक ना जीतै उर्ग अरी को,पंचानन दे मार करी को,
मूर्ख हरी को नहीं रटैगा,नूगरा कहके तुरन्त नटैगा,
टिब्बी पै जल नहीं डटैगा,पाणी ठहरै झोक मैं।

३-हुस्न मैं हो रहे घणे कमाल,चाल रही हथणी कैसी चाल,
शेर स्याल का मंडग्या पाळा,सहम ज्यान का होग्या गाळा,
रूप का होया ईसा उजाळा,जणु आग बाळ दी चोक मैं।

४-देख लिया मनै परी का ढंग,भर रही या दिल के बीच उमंग,
सतसंग सै बड़े भाई का,शरणा है दुर्गे माई का,
बेरा ना कविताई का,पर नोक मिला दी नोक मैं।

कवि: श्री नंदलाल शर्मा जी
टाइपकर्ता: दीपक शर्मा
मार्गदर्शन कर्ता: गुरु जी श्री श्यामसुंदर शर्मा (पहाड़ी)

Language: Hindi
1 Like · 506 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सच और झूठ
सच और झूठ
Neeraj Agarwal
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बुंदेली दोहा- पैचान१
बुंदेली दोहा- पैचान१
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
💐प्रेम कौतुक-256💐
💐प्रेम कौतुक-256💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
.....,
.....,
शेखर सिंह
*सुख-दुख के दोहे*
*सुख-दुख के दोहे*
Ravi Prakash
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] भाग–7
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] भाग–7
Pravesh Shinde
एक हैसियत
एक हैसियत
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दवा दारू में उनने, जमकर भ्रष्टाचार किया
दवा दारू में उनने, जमकर भ्रष्टाचार किया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Winner
Winner
Paras Nath Jha
"ख़ामोशी"
Pushpraj Anant
होली मुबारक
होली मुबारक
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
Save water ! Without water !
Save water ! Without water !
Buddha Prakash
चलिये उस जहाँ में चलते हैं
चलिये उस जहाँ में चलते हैं
हिमांशु Kulshrestha
अश्लील वीडियो बनाकर नाम कमाने की कृत्य करने वाली बेटियों, सा
अश्लील वीडियो बनाकर नाम कमाने की कृत्य करने वाली बेटियों, सा
Anand Kumar
अहंकार का एटम
अहंकार का एटम
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
एकांत बनाम एकाकीपन
एकांत बनाम एकाकीपन
Sandeep Pande
मौनता  विभेद में ही अक्सर पायी जाती है , अपनों में बोलने से
मौनता विभेद में ही अक्सर पायी जाती है , अपनों में बोलने से
DrLakshman Jha Parimal
"आँगन की तुलसी"
Ekta chitrangini
जीतेंगे हम, हारेगा कोरोना
जीतेंगे हम, हारेगा कोरोना
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ज़ुल्फो उड़ी तो काली घटा कह दिया हमने।
ज़ुल्फो उड़ी तो काली घटा कह दिया हमने।
Phool gufran
■ पात्र या अपात्र
■ पात्र या अपात्र
*Author प्रणय प्रभात*
भाई दोज
भाई दोज
Ram Krishan Rastogi
मानवता दिल में नहीं रहेगा
मानवता दिल में नहीं रहेगा
Dr. Man Mohan Krishna
"वेदना"
Dr. Kishan tandon kranti
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
Jitendra Chhonkar
जेएनयू
जेएनयू
Shekhar Chandra Mitra
बेशर्मी के कहकहे,
बेशर्मी के कहकहे,
sushil sarna
मैं जो कुछ हूँ, वही कुछ हूँ,जो जाहिर है, वो बातिल है
मैं जो कुछ हूँ, वही कुछ हूँ,जो जाहिर है, वो बातिल है
पूर्वार्थ
सीख
सीख
Sanjay ' शून्य'
Loading...