Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Sep 2017 · 1 min read

कर सकोगे

“कर सकोगे
चलो मेरे अनुनाद का
अनुवाद कर दो
मेरे शब्दों में न सही
अपने ही शब्दों में कर दो
कर सकोगे,;
देखो मै कविता सी
बह रही हूँ
मेरी तमाम कल्पनाएँ
तुम्हारे आस-पास
अनुत्तरित हो रही है
कर सकोगे न तुम
चलो इन्हें प्रश्न कर दो
कहो कर सकोगे तुम।”

Language: Hindi
428 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अफसोस न करो
अफसोस न करो
Dr fauzia Naseem shad
💐प्रेम कौतुक-368💐
💐प्रेम कौतुक-368💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
माता की महिमा
माता की महिमा
SHAILESH MOHAN
पत्रकार
पत्रकार
Kanchan Khanna
2484.पूर्णिका
2484.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
शोख- चंचल-सी हवा
शोख- चंचल-सी हवा
लक्ष्मी सिंह
“मैं सब कुछ सुनकर भी
“मैं सब कुछ सुनकर भी
दुष्यन्त 'बाबा'
5) “पूनम का चाँद”
5) “पूनम का चाँद”
Sapna Arora
*तुम्हारे हाथ में है कर्म,फलदाता विधाता है【मुक्तक】*
*तुम्हारे हाथ में है कर्म,फलदाता विधाता है【मुक्तक】*
Ravi Prakash
सुस्ता लीजिये थोड़ा
सुस्ता लीजिये थोड़ा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तुझे याद करता हूँ क्या तुम भी मुझे याद करती हो
तुझे याद करता हूँ क्या तुम भी मुझे याद करती हो
Rituraj shivem verma
यादों के झरोखों से...
यादों के झरोखों से...
मनोज कर्ण
क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में ,
क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
हम थक हार कर बैठते नहीं ज़माने में।
हम थक हार कर बैठते नहीं ज़माने में।
Phool gufran
चुनावी घोषणा पत्र
चुनावी घोषणा पत्र
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नारी वो…जो..
नारी वो…जो..
Rekha Drolia
बदनसीब डायरी
बदनसीब डायरी
Dr. Kishan tandon kranti
#ग़ज़ल :--
#ग़ज़ल :--
*Author प्रणय प्रभात*
मोबाइल भक्ति
मोबाइल भक्ति
Satish Srijan
🪷पुष्प🪷
🪷पुष्प🪷
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
ये जुल्म नहीं तू सहनकर
ये जुल्म नहीं तू सहनकर
gurudeenverma198
वायदे के बाद भी
वायदे के बाद भी
Atul "Krishn"
ना जाने क्यों ?
ना जाने क्यों ?
Ramswaroop Dinkar
अब समन्दर को सुखाना चाहते हैं लोग
अब समन्दर को सुखाना चाहते हैं लोग
Shivkumar Bilagrami
जीवन के आधार पिता
जीवन के आधार पिता
Kavita Chouhan
ਪਰਦੇਸ
ਪਰਦੇਸ
Surinder blackpen
नल बहे या नैना, व्यर्थ न बहने देना...
नल बहे या नैना, व्यर्थ न बहने देना...
इंदु वर्मा
जो  रहते हैं  पर्दा डाले
जो रहते हैं पर्दा डाले
Dr Archana Gupta
दशरथ माँझी संग हाइकु / मुसाफ़िर बैठा
दशरथ माँझी संग हाइकु / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
Loading...