Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Dec 2016 · 1 min read

ऑनलाइन प्यार

पहले वो सूरत दिखाने खिड़की पर आया करते थे,
अब हमारे पोस्ट्स व् कमेंट्स पढ़ने ऑनलाइन आया करते हैं।

पहले उनके तसव्वुर में चाय की प्यालियाँ खाली होती थीं,
अब उनके इंतज़ार में फ़ोन का नेट बैलेंस ख़त्म हुआ जाता है।

पहले उनकी खिड़की की ओर देखते गर्दन अकड़ जाती थी,
अब उनके ऑनलाइन आने की आस में चश्मे का नम्बर बढ़ता जाता है।

पहले उनकी दीद होने से हमारी जैसे ईद मन जाती थी,
अब उनकी पोस्ट पढ़कर जैसे होली के रंग बिखर जाते हैं।

तब भी हमारी सांसें रुकने से पहले खिड़की खुलती ज़रूर थी,
अब भी बैटरी ख़त्म होने से पहले वो ऑनलाइन आते ज़रूर हैं।

———— शैंकी भाटिया
सितम्बर 22, 2016

Language: Hindi
1 Like · 283 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नव वर्ष की बधाई -2024
नव वर्ष की बधाई -2024
Raju Gajbhiye
खुशी पाने की जद्दोजहद
खुशी पाने की जद्दोजहद
डॉ० रोहित कौशिक
प्रकृति प्रेमी
प्रकृति प्रेमी
Ankita Patel
"विचित्रे खलु संसारे नास्ति किञ्चिन्निरर्थकम् ।
Mukul Koushik
*फल*
*फल*
Dushyant Kumar
रिश्ते
रिश्ते
Ashwani Kumar Jaiswal
मज़दूर
मज़दूर
Shekhar Chandra Mitra
विनम्रता
विनम्रता
Bodhisatva kastooriya
जिंदगी और उलझनें, सॅंग सॅंग चलेंगी दोस्तों।
जिंदगी और उलझनें, सॅंग सॅंग चलेंगी दोस्तों।
सत्य कुमार प्रेमी
*झूला सावन मस्तियॉं, काले मेघ फुहार (कुंडलिया)*
*झूला सावन मस्तियॉं, काले मेघ फुहार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
प्रथम मिलन
प्रथम मिलन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जिंदगी कुछ और है, हम समझे कुछ और ।
जिंदगी कुछ और है, हम समझे कुछ और ।
sushil sarna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सच और झूँठ
सच और झूँठ
विजय कुमार अग्रवाल
हम ख़फ़ा हो
हम ख़फ़ा हो
Dr fauzia Naseem shad
"अपनी करतूत की होली जलाई जाती है।
*Author प्रणय प्रभात*
मरना बड़ी बात नही जीना बड़ी बात है....
मरना बड़ी बात नही जीना बड़ी बात है....
_सुलेखा.
फूल
फूल
Punam Pande
धर्म की खूंटी
धर्म की खूंटी
मनोज कर्ण
अब हम बहुत दूर …
अब हम बहुत दूर …
DrLakshman Jha Parimal
मैं भविष्य की चिंता में अपना वर्तमान नष्ट नहीं करता क्योंकि
मैं भविष्य की चिंता में अपना वर्तमान नष्ट नहीं करता क्योंकि
Rj Anand Prajapati
ये भावनाओं का भंवर है डुबो देंगी
ये भावनाओं का भंवर है डुबो देंगी
ruby kumari
जय अन्नदाता
जय अन्नदाता
gurudeenverma198
सुना था,
सुना था,
हिमांशु Kulshrestha
सादगी
सादगी
राजेंद्र तिवारी
जो भी मिलता है उससे हम
जो भी मिलता है उससे हम
Shweta Soni
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
I knew..
I knew..
Vandana maurya
💐प्रेम कौतुक-553💐
💐प्रेम कौतुक-553💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सुमति
सुमति
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...