Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Dec 2016 · 1 min read

ए- इंसान तेरे दिल में

ऐ- इंसान  तेरे  दिल  में  गुमान   क्यूँ   है।
हकीकत- ए- जहान  से  अनजान क्यूँ है।

नश्तर  रहम  भुला  खुद  रूह पर चलाए।
फिर क्यों मलाल दिल में अहजान क्यूँ है।

फूंके  हुए  हैं  बुत  अरमान  खाक करके।
क्या  देखता  कि  मैला  आसमान  क्यूँ है।

सादिक जो  होगा  तू मिलती वफा  रहेगी।
मत सोच कि  खुदगर्ज  ये  जहान  क्यूँ है।

हर जिंदगी की तुझमें चिन्गारियाँ जलीं हैं।
फैला हुआ सा दिल में शमशान क्यूँ है।

क्यों सो रहा सुकूं जब दिन सा गुजर गया।
खामोश दिल में तेरे अब उफान क्यूँ है।

हद  में  सिमट ‘इषुप्रिय’ बेहद है  आसमां।
फिर बाजुओं में भरने का  अरमान क्यूं है।

अंकित शर्मा ‘इषुप्रिय’
रामपुर कलाँ, सबलगढ(म.प्र.)

2 Likes · 262 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अंकित शर्मा 'इषुप्रिय'
View all
You may also like:
लड़को की समस्या को व्यक्त किया गया है। समाज में यह प्रचलन है
लड़को की समस्या को व्यक्त किया गया है। समाज में यह प्रचलन है
पूर्वार्थ
■ लघुकथा
■ लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
जब जब तुझे पुकारा तू मेरे करीब हाजिर था,
जब जब तुझे पुकारा तू मेरे करीब हाजिर था,
Sukoon
सुप्रभातं
सुप्रभातं
Dr Archana Gupta
इस्लामिक देश को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी देश के विश्वविद्या
इस्लामिक देश को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी देश के विश्वविद्या
Rj Anand Prajapati
भगतसिंह
भगतसिंह
Shekhar Chandra Mitra
बंधनों के बेड़ियों में ना जकड़ो अपने बुजुर्गों को ,
बंधनों के बेड़ियों में ना जकड़ो अपने बुजुर्गों को ,
DrLakshman Jha Parimal
इसका क्या सबूत है, तू साथ सदा मेरा देगी
इसका क्या सबूत है, तू साथ सदा मेरा देगी
gurudeenverma198
ग़ज़ल-हलाहल से भरे हैं ज़ाम मेरे
ग़ज़ल-हलाहल से भरे हैं ज़ाम मेरे
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
राखी सांवन्त
राखी सांवन्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपराह्न का अंशुमान
अपराह्न का अंशुमान
Satish Srijan
परवरिश करने वाले को एहसास है ,
परवरिश करने वाले को एहसास है ,
Buddha Prakash
हिन्दी दोहा बिषय-चरित्र
हिन्दी दोहा बिषय-चरित्र
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में
गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में
Ram Krishan Rastogi
"भोर की आस" हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*लगे जो प्रश्न सच, उस प्रश्न को उत्तर से हल देना 【मुक्तक】*
*लगे जो प्रश्न सच, उस प्रश्न को उत्तर से हल देना 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
फिर से अरमान कोई क़त्ल हुआ है मेरा
फिर से अरमान कोई क़त्ल हुआ है मेरा
Anis Shah
💐प्रेम कौतुक-341💐
💐प्रेम कौतुक-341💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कोशिश न करना
कोशिश न करना
surenderpal vaidya
ये 'लोग' हैं!
ये 'लोग' हैं!
Srishty Bansal
"चुम्बकीय शक्ति"
Dr. Kishan tandon kranti
****तन्हाई मार गई****
****तन्हाई मार गई****
Kavita Chouhan
प्राकृतिक सौंदर्य
प्राकृतिक सौंदर्य
Neeraj Agarwal
दुख है दर्द भी है मगर मरहम नहीं है
दुख है दर्द भी है मगर मरहम नहीं है
कवि दीपक बवेजा
2612.पूर्णिका
2612.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
देख भाई, सामने वाले से नफ़रत करके एनर्जी और समय दोनो बर्बाद ह
देख भाई, सामने वाले से नफ़रत करके एनर्जी और समय दोनो बर्बाद ह
ruby kumari
पथ प्रदर्शक पिता
पथ प्रदर्शक पिता
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
अलगाव
अलगाव
अखिलेश 'अखिल'
शिक्षा का महत्व
शिक्षा का महत्व
Dinesh Kumar Gangwar
तुमसे बेहद प्यार करता हूँ
तुमसे बेहद प्यार करता हूँ
हिमांशु Kulshrestha
Loading...