Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Apr 2017 · 1 min read

*एक प्रश्न आपके लिए* 1 मई, साल के एक दिन या हर दिन

1 मई हम मजदूर दिवस के रूप में मनाते हैं|
क्यों हम एक ही दिन मजदूरों के सम्मान को दिलाते हैं ?
क्या वह सब एक ही दिन के हकदार है ?
या फिर साल के हर दिन उनका सम्मान है |
क्यों हम उनके हर एहसान को भूल जाते हैं ?
जो रोटी हम खाते हैं वह उन्हीं से तो पाते हैं ?
जो भरते हैं हमारा पेट क्यों वह भूखे पेट ही मर जाते हैं ?
क्या हममें से किसी ने इस बारे में सोचा है ?
क्यों नहीं हमने उनके दुख और दर्द को समझा सोचा है ?
जो बनाते हैं ऊँची-ऊँची इमारतें हमारे ऐशोआराम के लिए
क्यों एक दिन उन्हीं इमारतों की गहराई में दफन हो जाते हैं ?
घरों से दूर रहकर परिवार अपना परदेश में बनाते हैं |
और वहाँ सिर्फ दिहाड़ीदार ही कहलाते हैं |
***—–*****—–***

Language: Hindi
464 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ विकृत परिदृश्य...
■ विकृत परिदृश्य...
*Author प्रणय प्रभात*
💐अज्ञात के प्रति-126💐
💐अज्ञात के प्रति-126💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
- मोहब्बत महंगी और फरेब धोखे सस्ते हो गए -
- मोहब्बत महंगी और फरेब धोखे सस्ते हो गए -
bharat gehlot
अनंत का आलिंगन
अनंत का आलिंगन
Dr.Pratibha Prakash
चल सतगुर के द्वार
चल सतगुर के द्वार
Satish Srijan
हनुमान वंदना । अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो।
हनुमान वंदना । अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो।
Kuldeep mishra (KD)
बेशर्मी से रात भर,
बेशर्मी से रात भर,
sushil sarna
लिखे क्या हुजूर, तारीफ में हम
लिखे क्या हुजूर, तारीफ में हम
gurudeenverma198
दुनिया तेज़ चली या मुझमे ही कम रफ़्तार थी,
दुनिया तेज़ चली या मुझमे ही कम रफ़्तार थी,
गुप्तरत्न
अकेला
अकेला
Vansh Agarwal
*परिपाटी लौटी पुनः, आया शुभ सेंगोल (कुंडलिया)*
*परिपाटी लौटी पुनः, आया शुभ सेंगोल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
गीत गाने आयेंगे
गीत गाने आयेंगे
Er. Sanjay Shrivastava
बस चार ही है कंधे
बस चार ही है कंधे
Rituraj shivem verma
अव्यक्त प्रेम
अव्यक्त प्रेम
Surinder blackpen
जी लगाकर ही सदा
जी लगाकर ही सदा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"किसी दिन"
Dr. Kishan tandon kranti
नन्ही मिष्ठी
नन्ही मिष्ठी
Manu Vashistha
चेहरा
चेहरा
नन्दलाल सुथार "राही"
Chahat ka samandar ham bhi rakhte h ,
Chahat ka samandar ham bhi rakhte h ,
Sakshi Tripathi
संविधान का शासन भारत मानवता की टोली हो।
संविधान का शासन भारत मानवता की टोली हो।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
2289.पूर्णिका
2289.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
घमण्ड बता देता है पैसा कितना है
घमण्ड बता देता है पैसा कितना है
Ranjeet kumar patre
सत्य जब तक
सत्य जब तक
Shweta Soni
🪸 *मजलूम* 🪸
🪸 *मजलूम* 🪸
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
भारती-विश्व-भारती
भारती-विश्व-भारती
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
हुनरमंद लोग तिरस्कृत क्यों
हुनरमंद लोग तिरस्कृत क्यों
Mahender Singh
दीवानगी
दीवानगी
Shyam Sundar Subramanian
मेरी आत्मा ईश्वर है
मेरी आत्मा ईश्वर है
Ms.Ankit Halke jha
श्रेष्ठता
श्रेष्ठता
Paras Nath Jha
दोस्त
दोस्त
Pratibha Pandey
Loading...