Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jan 2017 · 1 min read

ऋतु बसंत

कोयल डाल- डाल, जब बोली
कलियों ने तब आँखें खोली
पवन महक बिखराती डोली
सजी धरा पर पुष्प- रँगोली
गोपी लगी खेलने होली
किया पराजित शिशिर शरद को
ऋतु बसंत ने फिर जय बोली ।।

डॉ रीता
एफ -11 , फेज़- 6
आया नगर,नई दिल्ली- 47

Language: Hindi
532 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rita Singh
View all
You may also like:
तेरा यूं मुकर जाना
तेरा यूं मुकर जाना
AJAY AMITABH SUMAN
भारत रत्न श्री नानाजी देशमुख (संस्मरण)
भारत रत्न श्री नानाजी देशमुख (संस्मरण)
Ravi Prakash
आलस्य का शिकार
आलस्य का शिकार
Paras Nath Jha
लगे रहो भक्ति में बाबा श्याम बुलाएंगे【Bhajan】
लगे रहो भक्ति में बाबा श्याम बुलाएंगे【Bhajan】
Khaimsingh Saini
फागुन (मतगयंद सवैया छंद)
फागुन (मतगयंद सवैया छंद)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
रे ! मेरे मन-मीत !!
रे ! मेरे मन-मीत !!
Ramswaroop Dinkar
भ्रूणहत्या
भ्रूणहत्या
Neeraj Agarwal
कैमिकल वाले रंगों से तो,पड़े रंग में भंग।
कैमिकल वाले रंगों से तो,पड़े रंग में भंग।
Neelam Sharma
व्यक्तिगत न्याय
व्यक्तिगत न्याय
DR ARUN KUMAR SHASTRI
करवाचौथ
करवाचौथ
Mukesh Kumar Sonkar
उनकी जब ये ज़ेह्न बुराई कर बैठा
उनकी जब ये ज़ेह्न बुराई कर बैठा
Anis Shah
ग़ज़ल/नज़्म - हुस्न से तू तकरार ना कर
ग़ज़ल/नज़्म - हुस्न से तू तकरार ना कर
अनिल कुमार
सजदे में झुकते तो हैं सर आज भी, पर मन्नतें मांगीं नहीं जातीं।
सजदे में झुकते तो हैं सर आज भी, पर मन्नतें मांगीं नहीं जातीं।
Manisha Manjari
क्यों इन्द्रदेव?
क्यों इन्द्रदेव?
Shaily
Quote...
Quote...
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Janab hm log middle class log hai,
Janab hm log middle class log hai,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
चलो मतदान कर आएँ, निभाएँ फर्ज हम अपना।
चलो मतदान कर आएँ, निभाएँ फर्ज हम अपना।
डॉ.सीमा अग्रवाल
हिन्दी दोहा - दया
हिन्दी दोहा - दया
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जी रहे है तिरे खयालों में
जी रहे है तिरे खयालों में
Rashmi Ranjan
■ सीढ़ी और पुरानी पीढ़ी...
■ सीढ़ी और पुरानी पीढ़ी...
*Author प्रणय प्रभात*
मैं कितना अकेला था....!
मैं कितना अकेला था....!
भवेश
💐प्रेम कौतुक-314💐
💐प्रेम कौतुक-314💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
उच्च पदों पर आसीन
उच्च पदों पर आसीन
Dr.Rashmi Mishra
तूणीर (श्रेष्ठ काव्य रचनाएँ)
तूणीर (श्रेष्ठ काव्य रचनाएँ)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आंखों में भरी यादें है
आंखों में भरी यादें है
Rekha khichi
माना जिंदगी चलने का नाम है
माना जिंदगी चलने का नाम है
Dheerja Sharma
!! सत्य !!
!! सत्य !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
ओम के दोहे
ओम के दोहे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मार गई मंहगाई कैसे होगी पढ़ाई🙏🙏
मार गई मंहगाई कैसे होगी पढ़ाई🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सैनिक की कविता
सैनिक की कविता
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
Loading...