Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jun 2017 · 1 min read

उषा का स्वागत

प्रिय उषा को जन्म दिन पर भेंट

पौष की ठिठुरन में धूप का टुकड़ा लिए
अमावस की रात में अमृतमय चांदनी लिये
जेठ की तपती दोपहर मे सावन की फुहार लिए
मधुर मुस्कान,नई उमंगे लिये,सारे रंगों को समेटे,खुशिया बिखरती आई हो तुम
स्वागत करता हूं भोर की उषा का बाहो के हार लिये

डॉ सत्येन्द्र कुमार अग्रवाल

Language: Hindi
474 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
डर होता है
डर होता है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
यूँ तो हम अपने दुश्मनों का भी सम्मान करते हैं
यूँ तो हम अपने दुश्मनों का भी सम्मान करते हैं
ruby kumari
अल्फाज़.......दिल के
अल्फाज़.......दिल के
Neeraj Agarwal
|| हवा चाल टेढ़ी चल रही है ||
|| हवा चाल टेढ़ी चल रही है ||
Dr Pranav Gautam
कभी कम न हो
कभी कम न हो
Dr fauzia Naseem shad
सोच
सोच
Dinesh Kumar Gangwar
Growth requires vulnerability.
Growth requires vulnerability.
पूर्वार्थ
पुस्तक समीक्षा -राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
पुस्तक समीक्षा -राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ओ! चॅंद्रयान
ओ! चॅंद्रयान
kavita verma
लतिका
लतिका
DR ARUN KUMAR SHASTRI
* जिसने किए प्रयास *
* जिसने किए प्रयास *
surenderpal vaidya
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
आर.एस. 'प्रीतम'
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
Rj Anand Prajapati
💐Prodigy Love-39💐
💐Prodigy Love-39💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आपकी तस्वीर ( 7 of 25 )
आपकी तस्वीर ( 7 of 25 )
Kshma Urmila
■ आज की बात...
■ आज की बात...
*Author प्रणय प्रभात*
मक्खन बाजी
मक्खन बाजी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कारोबार
कारोबार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
2546.पूर्णिका
2546.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
वंदेमातरम
वंदेमातरम
Bodhisatva kastooriya
अब तो हमको भी आती नहीं, याद तुम्हारी क्यों
अब तो हमको भी आती नहीं, याद तुम्हारी क्यों
gurudeenverma198
--> पुण्य भूमि भारत <--
--> पुण्य भूमि भारत <--
Ms.Ankit Halke jha
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
चला गया
चला गया
Mahendra Narayan
🙏
🙏
Neelam Sharma
दुनिया जमाने में
दुनिया जमाने में
manjula chauhan
इंद्रधनुष
इंद्रधनुष
Dr Parveen Thakur
अपनी लेखनी नवापुरा के नाम ( कविता)
अपनी लेखनी नवापुरा के नाम ( कविता)
Praveen Sain
"इतनी ही जिन्दगी बची"
Dr. Kishan tandon kranti
आँखों की दुनिया
आँखों की दुनिया
Sidhartha Mishra
Loading...