Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jan 2017 · 1 min read

उम्मीद

उम्मीद का एक टुकड़ा हूँ
जबकि दिल से टूटा हूँ,फिर भी पूरा हूँ
तुम सम्हाल कर रखना मुझे
अगर टूटुगा तो बिखर जाऊँगा दिल में
तुम बहा कर आँखों से दिल को हल्का कर देना
अगर तेरे दिये आकार में साकार हो पाऊँगा
तो जगमगाऊँगा तेरी आँखों में
ये टूटने बनने का सिलसिला यूँही चलता रहेगा
जैसे सॉसें रुक रुक कर चलती हैं
और धड़कनें भी तो थमथम कर चलती हैं
जैसे दिन रात होते हैं
जैसे सावन,भादों,बसंत पतझड़ भी तो होते हैं
सब दन एक से कहाँ होते हैं
तुम कभी न छोड़ना मुझे
क्योंकी मैं जीने की उमंग हूँ
जिन्दगी की तरंग हूँ
मैं ही हूँ जो सपना दिखाती हूँ
और मैं ही किसी भी पल हौसला बन जाती हूँ
हाँ बस धैर्य रखना है तुम्हें
सजो कर रखना तुम मुझे दिल में, मनमें,
सपनों में,नज़रों में या अपनों में या सब में
जो भी जगह तुम्हें बहतर लगे,पर रखना जरूर!!
अगर मेरा अवशेष भी शेष रहेगा
तो वह अंकुरत हो तुम्हें फिर से जिवित कर देगा।।
**”पारुल शर्मा”**

Language: Hindi
277 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अर्थार्जन का सुखद संयोग
अर्थार्जन का सुखद संयोग
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मेरी हस्ती
मेरी हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
দিগন্তে ছেয়ে আছে ধুলো
দিগন্তে ছেয়ে আছে ধুলো
Sakhawat Jisan
* पत्ते झड़ते जा रहे *
* पत्ते झड़ते जा रहे *
surenderpal vaidya
■ चिंतन...
■ चिंतन...
*Author प्रणय प्रभात*
पद्धरि छंद ,अरिल्ल छंद , अड़िल्ल छंद विधान व उदाहरण
पद्धरि छंद ,अरिल्ल छंद , अड़िल्ल छंद विधान व उदाहरण
Subhash Singhai
शायद मेरी क़िस्मत में ही लिक्खा था ठोकर खाना
शायद मेरी क़िस्मत में ही लिक्खा था ठोकर खाना
Shweta Soni
झूठे से प्रेम नहीं,
झूठे से प्रेम नहीं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
किसी ने अपनी पत्नी को पढ़ाया और पत्नी ने पढ़ लिखकर उसके साथ धो
किसी ने अपनी पत्नी को पढ़ाया और पत्नी ने पढ़ लिखकर उसके साथ धो
ruby kumari
"अजीब फलसफा"
Dr. Kishan tandon kranti
इंद्रधनुष
इंद्रधनुष
Dr Parveen Thakur
" गुरु का पर, सम्मान वही है ! "
Saransh Singh 'Priyam'
दोहा - चरित्र
दोहा - चरित्र
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अंधेरों में अस्त हो, उजाले वो मेरे नाम कर गया।
अंधेरों में अस्त हो, उजाले वो मेरे नाम कर गया।
Manisha Manjari
जीने की वजह हो तुम
जीने की वजह हो तुम
Surya Barman
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बोझ हसरतों का - मुक्तक
बोझ हसरतों का - मुक्तक
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
सजल...छंद शैलजा
सजल...छंद शैलजा
डॉ.सीमा अग्रवाल
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
*नेत्रदान-संकल्प (गीत)*
*नेत्रदान-संकल्प (गीत)*
Ravi Prakash
अभी उम्मीद की खिड़की खुलेगी..
अभी उम्मीद की खिड़की खुलेगी..
Ranjana Verma
कुछ बहुएँ ससुराल में
कुछ बहुएँ ससुराल में
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
झील किनारे
झील किनारे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
माँ की याद आती है ?
माँ की याद आती है ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शूद्र व्यवस्था, वैदिक धर्म की
शूद्र व्यवस्था, वैदिक धर्म की
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
यह अपना रिश्ता कभी होगा नहीं
यह अपना रिश्ता कभी होगा नहीं
gurudeenverma198
छोटी सी बात
छोटी सी बात
Kanchan Khanna
अदम गोंडवी
अदम गोंडवी
Shekhar Chandra Mitra
दोहा छंद विधान
दोहा छंद विधान
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अश'आर हैं तेरे।
अश'आर हैं तेरे।
Neelam Sharma
Loading...