Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2016 · 3 min read

उम्मीद नहीं

दैविक गुणों से भरपूर औरत का कर्ज कभी न चुका पाऊँ
पर बिगड़ी औरत से उसकी खुद की परछाई की भी सगी होने की उम्मीद नहीं
हर जरूरत मन्द अनजान की मदद करने पर कभी न थक पाऊँ
पर हर जानकार की सहायता कर धन्यवाद पाने की उम्मीद नहीं
शायद मर कर सबको अपने शब्दों की आहट से यादों में पल पल सताऊ
पर जीते जी किसी के लायक बन पाने की उम्मीद नहीं
मलिक के दिल की हालत शब्दों में शायद ब्यान कर पाऊँ
किसी के मेरी आँखों में डूब कर महसूस कर पाने की उम्मीद नहीं
अपनी हरकतों से सबको हमेशा हँसाता जाऊं
किसी को मेरे रुलाने की वजह पता लगने की उम्मीद नहीं
उस निरंकार से बस जल्द ही मिल आऊँ
इस धरती पर ज्यादा दिन ठहरने की उम्मीद नहीं
किसी को अपने शब्दों से दर्द न पहुँचाऊँ
मेरी इस आवाज के जन जन तक जाने की उम्मीद नहीं
सबके दिलों की धड़कन बन जाऊँ
अब वो खुशनुमा हसरतों को पालने की उम्मीद नहीं
बेदाग़ जीवन जीकर इस धरा से वापिस जाऊँ
दाग लेकर शान से जीने की उम्मीद नहीं
हर माँ को उसका फर्ज याद दिलाऊँ
माने या ना माने इसकी मुझे कोई उम्मीद नहीं
बच्चों को बनाएं वो दिल का अमीर
ये बात माने मेरी इसकी भी मुझे कोई उम्मीद नहीं
दुनिया कहती छिपकर वार करो पर किसी से न डरो
ऐसे कायरों से निभने की मुझे कोई उम्मीद नहीं
बाप को भी दूँ सन्देश अपनी कलम से
उसका एहंकार हटा पाऊँ इसकी उम्मीद नहीं
मित्र की तरह रखें अपने बेटे को वो
ये बात सीख जाये इसकी उम्मीद नहीं
हर बहन से गुजारिश कर पाऊँ छोटी सी
मान जाये इसकी मुझे कोई उम्मीद नहीं
घर की हो वफादार इज्जत के तराजू पर
उतर पाये खरी इसकी करता उम्मीद नहीं
बदल रहा है जमाना इतनी तेजी सी
बीते वक़्त को थाम लेने की उम्मीद नहीं
हर भाई के नाम सन्देश देता जाऊं
समझ पाये वो दिल से मुझे इसकी उम्मीद नहीं
हर नौकर को बता रहा हूँ बात पते की
तर जायेगा वफ़ा अपनाएगा
मान जा तू ये बात राज की मेरी
सभी के इसको समझ पाने की उम्मीद नहीं
चाणक्य नहीं हूँ मानता हूँ
पर तजुर्बे को शब्दों में लिखना जानता हूँ
जिंदगी उतनी ना जी पाऊं जितनी सोची
क्योंकि अगले पल किसी को उम्मीद नहीं
इसीलिए दे रहा दूसरों को दुआएं लम्बी उम्र की
खुद दुआ बटोरने की अब उम्मीद नहीं
इस मुसाफिर का अगला डिब्बा कोण सा होगा
इस ट्रेन की नजदीक रुकने की उम्मीद नहीं
संगीत की धुनों पर थिरक कर सांसे बढ़ा रहा
नहीं तो इस नीरस जीवन में आगे बढ़ने की उम्मीद नहीं
खुदा के नाम का ही इस जीवन में असली सहारा
नहीं तो बुरे वक्त में परछाई से भी वफ़ा की उम्मीद नहीं
खुदा कर दे माफ़ मेरे अनजाने गुनाहों को
दुनिया लगा ले गले ऐसी अब कोई मुझे उम्मीद नहीं
स्वार्थ के लिए गधे को बनाते देखे बाप मैंने
नहीं तो आदमी से भी बेवजह हमदर्दी की उम्मीद नहीं
ये कड़वे सच का घूंट लिख पा रहा हूँ
हर आदमी के समझ के याद रख पाने की उम्मीद नहीं
बदलते युग में करेंगे तलवार का वार मेरे शब्द
इस युग के लोगों के ये बात जान जाने की उम्मीद नहीं
हाजिर को हुज्जत गैर में तलाश सुना खूब मैंने
इस कहावत के गेहरेपन में किसी के जाने की उम्मीद नहीं
सुखी कर लो जितनो को कर सकते हो
ये गुण लोगों के अपनाने की उम्मीद नहीं
किताबी डिग्री तो कर लेते सब रात जाग जाग कर
जिंदगी जीने की कला जान पाएं सबसे ऐसी उम्मीद नहीं
रटे रटाये तथ्यों पर चलकर सब हो गए बुद्धिमान
खुद के तथ्य बना दे ऐसी किसी से मुझे उम्मीद नहीं
भारत को कोसते पल पल हर पल लोग
विदेशों की भांति लगाव होने की मुझे हर किसी से उम्मीद नहीं
निचोड़ दिया असलता को जिंदगी की
अब इस रस के पीने की किसी से उम्मीद नहीं
सुनकर मेरे शब्दों को आँखें न भर आएं
ऐसी कलाकारी की कोई मुझसे उम्मीद नहीं
इस बात पर थक गयी कलम मेरी
अब तक की आवाज पहुँच जाये जन जन तक इससे ऊपर मुझे कोई उम्मीद नहीं

अब सुझावों के लिए ईमेल कर सकते हैं – ksmalik2828@gmail.com

Language: Hindi
386 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from कृष्ण मलिक अम्बाला
View all
You may also like:
फितरत के रंग
फितरत के रंग
प्रदीप कुमार गुप्ता
🚩 वैराग्य
🚩 वैराग्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
क़त्ल काफ़ी हैं यूँ तो सर उसके
क़त्ल काफ़ी हैं यूँ तो सर उसके
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*.....उन्मुक्त जीवन......
*.....उन्मुक्त जीवन......
Naushaba Suriya
পৃথিবীর সবচেয়ে সুন্দর মেয়েদের
পৃথিবীর সবচেয়ে সুন্দর মেয়েদের
Sakhawat Jisan
2618.पूर्णिका
2618.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सुनो द्रोणाचार्य / MUSAFIR BAITHA
सुनो द्रोणाचार्य / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
आभा पंखी से बढ़ी ,
आभा पंखी से बढ़ी ,
Rashmi Sanjay
पानी
पानी
Er. Sanjay Shrivastava
हो गई जब खत्म अपनी जिंदगी की दास्तां..
हो गई जब खत्म अपनी जिंदगी की दास्तां..
Vishal babu (vishu)
शाबाश चंद्रयान-३
शाबाश चंद्रयान-३
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
‘ विरोधरस ‘---2. [ काव्य की नूतन विधा तेवरी में विरोधरस ] +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---2. [ काव्य की नूतन विधा तेवरी में विरोधरस ] +रमेशराज
कवि रमेशराज
जब कोई साथी साथ नहीं हो
जब कोई साथी साथ नहीं हो
gurudeenverma198
डोसा सब को भा रहा , चटनी-साँभर खूब (कुंडलिया)
डोसा सब को भा रहा , चटनी-साँभर खूब (कुंडलिया)
Ravi Prakash
प्री वेडिंग की आँधी
प्री वेडिंग की आँधी
Anil chobisa
💐 *दोहा निवेदन*💐
💐 *दोहा निवेदन*💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
त्रिशरण गीत
त्रिशरण गीत
Buddha Prakash
बादल और बरसात
बादल और बरसात
Neeraj Agarwal
मोबाईल नहीं
मोबाईल नहीं
Harish Chandra Pande
किसी शायर का ख़्वाब
किसी शायर का ख़्वाब
Shekhar Chandra Mitra
तेरा हासिल
तेरा हासिल
Dr fauzia Naseem shad
गीत
गीत
Kanchan Khanna
वाह टमाटर !!
वाह टमाटर !!
Ahtesham Ahmad
.........???
.........???
शेखर सिंह
"जोकर"
Dr. Kishan tandon kranti
💐प्रेम कौतुक-495💐
💐प्रेम कौतुक-495💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
manjula chauhan
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
सत्य कुमार प्रेमी
योग न ऐसो कर्म हमारा
योग न ऐसो कर्म हमारा
Dr.Pratibha Prakash
ये रंगा रंग ये कोतुहल                           विक्रम कु० स
ये रंगा रंग ये कोतुहल विक्रम कु० स
Vikram soni
Loading...