Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2017 · 1 min read

उठो सैनिकों वार करो

?????

?????
उठो सैनिकों वार करो,
स्वयं युद्ध की रणनीति तैयार करो।

दिल्ली के आदेशों का,
अब ना वीरों तुम इन्तज़ार करो।

थाम बागडोर हाथों में,
स्वयं युद्ध का अब आगाज करो।

रौद्र रूप कर लो धारण,
अब भीषण नर संहार करो।

एक युद्ध दुष्टों से,
करके आर करो या पार करो।

हाथ बांधे क्यों बैठे हो,
उठ स्वयं दुश्मन पर प्रहार करो।

आतंकी गद्दारों को
चुन-चुन कर तुम वार करो।

बहुत हो चुका बर्बरता,
अब वीरों तुम हुंकार भरो।

व्यथित है भारत माँ,
बस इतना तुम उपकार करो।

दो शीश के बदले सहस्र लाओ,
इसमें ना तनिक विचार करो।

वक्ष चीर दुश्मन के शोणित से,
भारत माता का श्रृंगार करो।

माँ-बहन की चूड़ी-राखी का,
जल्द से जल्द इनसाफ़ करो।

पाक के नापाक इरादों को,
अब क्षण में चकनाचूर करो।

देखो व्यर्थ ना जाये कुर्बानी,
खत्म पाक का नामोनिशान करो।

विजय पताका फहरा कर,
भारत माँ की ऊँची शान करो।

उठो सैनिकों वार करो,
स्वयं युद्ध की रणनीति तैयार करो।
????—लक्ष्मी सिंह ??

3 Likes · 2 Comments · 12757 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
शब्द वाणी
शब्द वाणी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
नारी अस्मिता
नारी अस्मिता
Shyam Sundar Subramanian
ऐसे जीना जिंदगी,
ऐसे जीना जिंदगी,
sushil sarna
नील पदम् NEEL PADAM
नील पदम् NEEL PADAM
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
पहले आप
पहले आप
Shivkumar Bilagrami
धर्म की खूंटी
धर्म की खूंटी
मनोज कर्ण
"लक्ष्मण-रेखा"
Dr. Kishan tandon kranti
बिहार के मूर्द्धन्य द्विज लेखकों के विभाजित साहित्य सरोकार
बिहार के मूर्द्धन्य द्विज लेखकों के विभाजित साहित्य सरोकार
Dr MusafiR BaithA
मैं चाँद को तोड़ कर लाने से रहा,
मैं चाँद को तोड़ कर लाने से रहा,
Vishal babu (vishu)
यादो की चिलमन
यादो की चिलमन
Sandeep Pande
।। आशा और आकांक्षा ।।
।। आशा और आकांक्षा ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
AmanTv Editor In Chief
गर कभी आओ मेरे घर....
गर कभी आओ मेरे घर....
Santosh Soni
शुभ् कामना मंगलकामनाएं
शुभ् कामना मंगलकामनाएं
Mahender Singh Manu
चंद्रयान तीन अंतरिक्ष पार
चंद्रयान तीन अंतरिक्ष पार
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तुम ही तुम हो
तुम ही तुम हो
मानक लाल मनु
प्रिय अटल जी
प्रिय अटल जी
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
*नज़्म*
*नज़्म*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
🙅महा-राष्ट्रवाद🙅
🙅महा-राष्ट्रवाद🙅
*Author प्रणय प्रभात*
वो इक नदी सी
वो इक नदी सी
Kavita Chouhan
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आदिम परंपराएं
आदिम परंपराएं
Shekhar Chandra Mitra
होता है तेरी सोच का चेहरा भी आईना
होता है तेरी सोच का चेहरा भी आईना
Dr fauzia Naseem shad
प्रयत्न लाघव और हिंदी भाषा
प्रयत्न लाघव और हिंदी भाषा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Dil toot jaayein chalega
Dil toot jaayein chalega
Prathmesh Yelne
कौन पढ़ता है मेरी लम्बी -लम्बी लेखों को ?..कितनों ने तो अपनी
कौन पढ़ता है मेरी लम्बी -लम्बी लेखों को ?..कितनों ने तो अपनी
DrLakshman Jha Parimal
*चार दिन की जिंदगी में ,कौन-सा दिन चल रहा ? (गीत)*
*चार दिन की जिंदगी में ,कौन-सा दिन चल रहा ? (गीत)*
Ravi Prakash
The jaurney of our life begins inside the depth of our mothe
The jaurney of our life begins inside the depth of our mothe
Sakshi Tripathi
राम
राम
umesh mehra
23/54.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/54.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...