Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Feb 2017 · 1 min read

आया देखो मधुमास,

आया देखो मधुमास,घोले मन में मिठास,प्रीत झाँक अँखियों में , सपने सजा रही
लाल लाल से हैं गाल, लाज का लगा गुलाल, आइने में देख मुख , गोरी शरमा रही
आँखों में घुली है भंग, हँसी के खिले हैं रंग, फागुनी बहार कैसी , चारों ओर छा रही
होती थी जो नज़रों से, नज़रों की मूक बात, आज वो निकल कर , होठों तक आ रही

डॉ अर्चना गुप्ता

3 Likes · 1 Comment · 352 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
💐 Prodigy Love-41💐
💐 Prodigy Love-41💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
*गम को यूं हलक में  पिया कर*
*गम को यूं हलक में पिया कर*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
इंसानों के अंदर हर पल प्रतिस्पर्धा,स्वार्थ,लालच,वासना,धन,लोभ
इंसानों के अंदर हर पल प्रतिस्पर्धा,स्वार्थ,लालच,वासना,धन,लोभ
Rj Anand Prajapati
#दिवस_विशेष-
#दिवस_विशेष-
*Author प्रणय प्रभात*
रंगो ने दिलाई पहचान
रंगो ने दिलाई पहचान
Nasib Sabharwal
मोहब्बत
मोहब्बत
Shriyansh Gupta
Sometimes he looks me
Sometimes he looks me
Sakshi Tripathi
दूर नज़र से होकर भी जो, रहता दिल के पास।
दूर नज़र से होकर भी जो, रहता दिल के पास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
औरों के धुन से क्या मतलब कोई किसी की नहीं सुनता है !
औरों के धुन से क्या मतलब कोई किसी की नहीं सुनता है !
DrLakshman Jha Parimal
पूछ रही हूं
पूछ रही हूं
Srishty Bansal
🌹हार कर भी जीत 🌹
🌹हार कर भी जीत 🌹
Dr Shweta sood
सरकार~
सरकार~
दिनेश एल० "जैहिंद"
क्रिसमस से नये साल तक धूम
क्रिसमस से नये साल तक धूम
Neeraj Agarwal
वह आवाज
वह आवाज
Otteri Selvakumar
नवसंवत्सर 2080 कि ज्योतिषीय विवेचना
नवसंवत्सर 2080 कि ज्योतिषीय विवेचना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हिन्दी की गाथा क्यों गाते हो
हिन्दी की गाथा क्यों गाते हो
Anil chobisa
शिकायत है हमें लेकिन शिकायत कर नहीं सकते।
शिकायत है हमें लेकिन शिकायत कर नहीं सकते।
Neelam Sharma
'बुद्ध' ने दिया आम्रपाली को ज्ञान ।
'बुद्ध' ने दिया आम्रपाली को ज्ञान ।
Buddha Prakash
शुभ् कामना मंगलकामनाएं
शुभ् कामना मंगलकामनाएं
Mahender Singh Manu
आज हमने सोचा
आज हमने सोचा
shabina. Naaz
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मेरे बस्ती के दीवारों पर
मेरे बस्ती के दीवारों पर
'अशांत' शेखर
You are painter
You are painter
Vandana maurya
*चार दिन की जिंदगी में ,कौन-सा दिन चल रहा ? (गीत)*
*चार दिन की जिंदगी में ,कौन-सा दिन चल रहा ? (गीत)*
Ravi Prakash
क्या अजीब बात है
क्या अजीब बात है
Atul "Krishn"
आप दिलकश जो है
आप दिलकश जो है
gurudeenverma198
3095.*पूर्णिका*
3095.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
धुनी रमाई है तेरे नाम की
धुनी रमाई है तेरे नाम की
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
तब घर याद आता है
तब घर याद आता है
कवि दीपक बवेजा
Loading...