आप सा मेरा यार है..
नमस्ते जी। राधे राधे।
विचारों का क्या ऐ तो आपका प्यार है
फक्र है मुझे जो आप सा मेरा यार है।
जो मुझे महान बताता है
गर आये कोई मुश्किल
या कोई घोर मुसीबत
झट से गले लगाता है।
आपही का प्यार मेरे अच्छे विचारों का सार है,
फक्र है मुझे जो आप सा मेरा यार है।
जो हर दिन मुझे हसाता है
मेरे दुख को अपना कहता
खुद भी दुखी हो जाता है,
मुझे हसाने को, मेरे गम चुराने को
पास उसके लाखों औजार है,
फक्र है मुझे जो आप सा मेरा यार है।
दुखी रहूँ या रहूँ मैं तन्हा
पास मेरे आ जाता है
आकर मेरे तन्हा दिल में
आश नई जगाता है,
सुखमय मेरे इस जीवन का
वहीं तो एक आधार है,
फक्र है मुझे जो आप सा मेरा यार है।
भर आती है निष्ठुर नयना
गर्व से तन जाता है माथा
तेरे जैसा यार मिला है
अमर रहेगी अपनी गाथा,
गाथा अमर रहे न रहे पर
तूही मेरा संसार है,
फक्र है मुझे जो आप सा मेरा यार है।
©®पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
9560335952
मेरा मार्गदर्शन करने वाले आप सभी मित्र मण्डली को समर्पित हमारी यह रचना।