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30 Jul 2017 · 1 min read

आज

शेष नहीं अब आज समर्पण,
होता है कुछ शर्तों पर गठबंधन ।
रिश्ते नाते सूखे तिनकों से ,
एक चिंगारी से जलता घर आँगन ।
..
आओ मिलकर आज गीत बनाएँ ।
शब्दों से कुछ संगीत सजाएँ ।
हो जाए थोड़ी सी हाँ या न ,
अहसासों को आभास बनाएँ ।

…. विवेक दुबे “विवेक”©रायसेन …..

Language: Hindi
1 Like · 235 Views
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