Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2017 · 1 min read

आज शंकर जी मेरे घर आए हैं।

???????
?
?आज शंकर जी मेरे घर आए हैं ।
संग पार्वती, गोद में गणपति लाए हैं ।।
?
त्रिनयन, मस्तक पर चंदा, हाथ त्रिशूल,
शिर गंग, डम – डम डमरू बजाए है ।।
?
नंदी पर सवार, पहने बाघम्बर छाल,
गले सर्प, तन पे विभूति लिपटाए हैं ।।
?
मुख निरखूँ, आरती उतारूँ, व्याकुल मन,
कुछ समझ न पाऊ, नैनन नीर बहाए हैं ।
?
चौका लगाऊ, भाँग पिसू, चंदन घिसू,
अक्षत चढ़ाऊ, आक – धतुर इन्हें भाए हैं।
?
औढ़रदानी, जग के स्वामी, भाग्य मेरी,
जो हँसी – हँसी भोग को खाए हैं ।
?
जग का पालनहारा, दुनिया का रखवाला,
इस कुटिया में आकर, निर्धन के भाग्य जगाए हैं ।
?
?आज शंकर जी मेरे घर आए हैं ।
संग पार्वती, गोद में गणपति लाए हैं ।।
????????
?लक्ष्मी सिंह ?

Language: Hindi
375 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
साए
साए
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
इश्क का रंग मेहंदी की तरह होता है धीरे - धीरे दिल और दिमाग प
इश्क का रंग मेहंदी की तरह होता है धीरे - धीरे दिल और दिमाग प
Rj Anand Prajapati
पिता मेंरे प्राण
पिता मेंरे प्राण
Arti Bhadauria
■ शेर-
■ शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
"मत पूछो"
Dr. Kishan tandon kranti
राम पर हाइकु
राम पर हाइकु
Sandeep Pande
अपने दिल से
अपने दिल से
Dr fauzia Naseem shad
*घर के बाहर जाकर जलता, दीप एक रख आओ(गीत)*
*घर के बाहर जाकर जलता, दीप एक रख आओ(गीत)*
Ravi Prakash
कैसा फसाना है
कैसा फसाना है
Dinesh Kumar Gangwar
वैसा न रहा
वैसा न रहा
Shriyansh Gupta
~ हमारे रक्षक~
~ हमारे रक्षक~
करन ''केसरा''
हरित - वसुंधरा।
हरित - वसुंधरा।
Anil Mishra Prahari
सेल्फी जेनेरेशन
सेल्फी जेनेरेशन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बिना चले गन्तव्य को,
बिना चले गन्तव्य को,
sushil sarna
शाबाश चंद्रयान-३
शाबाश चंद्रयान-३
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
2503.पूर्णिका
2503.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मोक्ष
मोक्ष
Pratibha Pandey
हाँ देख रहा हूँ सीख रहा हूँ
हाँ देख रहा हूँ सीख रहा हूँ
विकास शुक्ल
रंजिश हीं अब दिल में रखिए
रंजिश हीं अब दिल में रखिए
Shweta Soni
कैसे करूँ मैं तुमसे प्यार
कैसे करूँ मैं तुमसे प्यार
gurudeenverma198
भुलाया ना जा सकेगा ये प्रेम
भुलाया ना जा सकेगा ये प्रेम
The_dk_poetry
था मैं तेरी जुल्फों को संवारने की ख्वाबों में
था मैं तेरी जुल्फों को संवारने की ख्वाबों में
Writer_ermkumar
ज़िंदगी का खेल है, सोचना समझना
ज़िंदगी का खेल है, सोचना समझना
पूर्वार्थ
जिंदगी एक चादर है
जिंदगी एक चादर है
Ram Krishan Rastogi
हमसे बात ना करो।
हमसे बात ना करो।
Taj Mohammad
Canine Friends
Canine Friends
Dhriti Mishra
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
Buddha Prakash
प्रेम बनो,तब राष्ट्र, हर्षमय सद् फुलवारी
प्रेम बनो,तब राष्ट्र, हर्षमय सद् फुलवारी
Pt. Brajesh Kumar Nayak
दुखता बहुत है, जब कोई छोड़ के जाता है
दुखता बहुत है, जब कोई छोड़ के जाता है
Kumar lalit
निभाना नही आया
निभाना नही आया
Anil chobisa
Loading...