Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Apr 2017 · 1 min read

आज परदा हटा दीजिये

आज परदा हटा दीजिये
बात दिल की बता दीजिए

कीजिये दूर दिल से नहीं
चाहें कोई सजा दीजिये

स्वप्न अपने सजा लेंगे हम
नींद का बस पता दीजिये

ज़िन्दगी ये महक जायेगी
आप बस मुस्कुरा दीजिये

होंगी कुछ खत्म बेचैनियां
बस झलक इक दिखा दीजिये

“अर्चना’ सह लिए गम बहुत
अब ख़ुशी से मिला दीजिये

डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

261 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
रात हुई गहरी
रात हुई गहरी
Kavita Chouhan
फागुन होली
फागुन होली
Khaimsingh Saini
भगवन नाम
भगवन नाम
लक्ष्मी सिंह
*कहर  है हीरा*
*कहर है हीरा*
Kshma Urmila
नहीं हूं...
नहीं हूं...
Srishty Bansal
मुक्तक-
मुक्तक-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ममतामयी मां
ममतामयी मां
SATPAL CHAUHAN
रमेशराज की 3 तेवरियाँ
रमेशराज की 3 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
सतरंगी इंद्रधनुष
सतरंगी इंद्रधनुष
Neeraj Agarwal
उसने कौन से जन्म का हिसाब चुकता किया है
उसने कौन से जन्म का हिसाब चुकता किया है
कवि दीपक बवेजा
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
🌷🧑‍⚖️हिंदी इन माय इंट्रो🧑‍⚖️⚘️
🌷🧑‍⚖️हिंदी इन माय इंट्रो🧑‍⚖️⚘️
Ms.Ankit Halke jha
💐प्रेम कौतुक-161💐
💐प्रेम कौतुक-161💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
3130.*पूर्णिका*
3130.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिस दिन कविता से लोगों के,
जिस दिन कविता से लोगों के,
जगदीश शर्मा सहज
*अखबारों में झूठ और सच, सबको सौ-सौ बार मिला (हिंदी गजल)*
*अखबारों में झूठ और सच, सबको सौ-सौ बार मिला (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
"कर्ममय है जीवन"
Dr. Kishan tandon kranti
हर सुबह उठकर अपने सपनों का पीछा करना ही हमारा वास्तविक प्रेम
हर सुबह उठकर अपने सपनों का पीछा करना ही हमारा वास्तविक प्रेम
Shubham Pandey (S P)
* नदी की धार *
* नदी की धार *
surenderpal vaidya
लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ
लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ
Shweta Soni
Hasta hai Chehra, Dil Rota bahut h
Hasta hai Chehra, Dil Rota bahut h
Kumar lalit
सत्य साधना
सत्य साधना
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
आलस्य का शिकार
आलस्य का शिकार
Paras Nath Jha
डर  ....
डर ....
sushil sarna
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
Dr. Man Mohan Krishna
मेरे सपनों का भारत
मेरे सपनों का भारत
Neelam Sharma
चूड़ी पायल बिंदिया काजल गजरा सब रहने दो
चूड़ी पायल बिंदिया काजल गजरा सब रहने दो
Vishal babu (vishu)
We become more honest and vocal when we are physically tired
We become more honest and vocal when we are physically tired
पूर्वार्थ
-- नसीहत --
-- नसीहत --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
मैने वक्त को कहा
मैने वक्त को कहा
हिमांशु Kulshrestha
Loading...