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8 Apr 2017 · 1 min read

आज और कल

खो जाता है आज ।
जब तक आता कल ।।
आज मन विकल हर पल ।
आता अविचलित अटल कल ।।
जूझता आज समय से ।
निश्चित होता हर कल ।।
थमता नही समय कभी ।
चलता वो पल प्रतिपल ।।
नियत समय आता कल ।
यही नियति सत्य अटल ।।
…. विवेक …..
ब्लॉग पोस्ट 8/4/17

Language: Hindi
276 Views
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