Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jun 2016 · 1 min read

अब कैसे दिन आएंगे???

?
अब कैसे दिन आएंगे
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
एक महानुभाव ने आकर के
पूछा ये आँख मिलकर के ।
अच्छे दिन तो हुए पुराने
अब कैसे दिन आएंगे ??

मैं मुस्काया,आदत है अपनी,
और कहा कि गौर दीजिये ।
अच्छे बुरे को तज दुनियाँ में
सच्चे दिन आ जायेंगे ।।
अच्छे दिन तो हुए पुराने………..

सुनिए गर मंशा हो सच्ची
सत्य जानने की इच्छा हो ।
न्याय के आते ही जीवन से
पाप स्वतः मिट जायेंगे ।।
अच्छे दिन तो हुए पुराने…………

चार हाथ करने से अबतक
कुछ भी तो हासिल ना हुआ ।
हाथ सत्य का करो बलि
निर्बलता सब मिट जाएंगे ।।
अच्छे दिन तो हुए पुराने…………

एक मिली थी रूह मुझे
कहने लगी कितना देरी है ।
मैंने बतलाया उनको कि
अब बजने लगी रणभेरी है ।।
अच्छे दिन तो हुए पुराने…………..

कुछ ही पल बाकी विहान को
फिर करुणारुण आएंगे ।
न्यायधर्म से धरती पर
फिर से सतयुग आ जाएंगे ।।
अच्छे दिन तो हुए पुराने…………


NDS सामरिक अरुण
झारखण्ड बिहार
www.nyayadharmsabha.org

Language: Hindi
443 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
Harish Chandra Pande
*** चल अकेला.......!!! ***
*** चल अकेला.......!!! ***
VEDANTA PATEL
कभी कभी ये पलकें भी
कभी कभी ये पलकें भी
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
यहा हर इंसान दो चहरे लिए होता है,
यहा हर इंसान दो चहरे लिए होता है,
Happy sunshine Soni
कोई चाहे कितने भी,
कोई चाहे कितने भी,
नेताम आर सी
साइस और संस्कृति
साइस और संस्कृति
Bodhisatva kastooriya
*भगवान गणेश जी के जन्म की कथा*
*भगवान गणेश जी के जन्म की कथा*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
2719.*पूर्णिका*
2719.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🚩जाग्रत हिंदुस्तान चाहिए
🚩जाग्रत हिंदुस्तान चाहिए
Pt. Brajesh Kumar Nayak
(1) मैं जिन्दगी हूँ !
(1) मैं जिन्दगी हूँ !
Kishore Nigam
जीवन को जीतती हैं
जीवन को जीतती हैं
Dr fauzia Naseem shad
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
खुश रहने की कोशिश में
खुश रहने की कोशिश में
Surinder blackpen
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
■ आज का सवाल...
■ आज का सवाल...
*Author प्रणय प्रभात*
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
Neelam Sharma
"शहीद साथी"
Lohit Tamta
घड़ियाली आँसू
घड़ियाली आँसू
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मैं होता डी एम
मैं होता डी एम"
Satish Srijan
*दशरथनंदन सीतापति को, सौ-सौ बार प्रणाम है (मुक्तक)*
*दशरथनंदन सीतापति को, सौ-सौ बार प्रणाम है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
असंवेदनशीलता
असंवेदनशीलता
Shyam Sundar Subramanian
पति पत्नी पर हास्य व्यंग
पति पत्नी पर हास्य व्यंग
Ram Krishan Rastogi
कलम बेच दूं , स्याही बेच दूं ,बेच दूं क्या ईमान
कलम बेच दूं , स्याही बेच दूं ,बेच दूं क्या ईमान
कवि दीपक बवेजा
वृक्ष बन जाओगे
वृक्ष बन जाओगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
चलो चलो तुम अयोध्या चलो
चलो चलो तुम अयोध्या चलो
gurudeenverma198
जिंदगी की फितरत
जिंदगी की फितरत
Amit Pathak
" पलास "
Pushpraj Anant
आप सभी को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं
आप सभी को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
*दिल कहता है*
*दिल कहता है*
Kavita Chouhan
मेरी जाति 'स्वयं ' मेरा धर्म 'मस्त '
मेरी जाति 'स्वयं ' मेरा धर्म 'मस्त '
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Loading...