Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2017 · 1 min read

==अबकी बार यूं दीवाली मनाते हैं ==

आओ मनाएँ ऐसे अबकी दीवाली
आओ मनाएँ ऐसे अबकी दीवाली।

घर की सफाई तो सब करते हैं
घर में खुशियों के रंग सब भरते हैं।
सब मिल सफाई करें गली मुहल्ले वाली
आओ मनाएँ ऐसे अबकी दीवाली
आओ मनाएँ ऐसे अबकी दीवाली।

हर बरस हमने बनाई खूब मिठाई
देवी के भोग की थालियां सजाई
चलो मिलकर सजाएं इस बार
किसी गरीब की हम थाली
आओ मनाएँ ऐसे अबकी दीवाली
आओ मनाएँ ऐसे अबकी दीवाली

पटाखों से होता हैं कितना स्वास्थ्य क्षरण
कितनी बीमारी फैलाता है इनका प्रदूषण
पटाखों से होता कई जिन्दगियों का हरण
पटाखे न चलाने की उठाएं आओ
अब हम एक शपथ नयी निराली
आओ मनाएँ ऐसे अबकी दीवाली
आओ मनाएँ ऐसे अबकी दीवाली।

इस दीवाली नये हम वस्त्र न खरीदें
पूरी करें चलो उनकी कुछ उम्मीदें
जो नहीं जानते किसी भी त्योहार को
वे तो बस भुगत रहे जिन्दगी के व्यवहार को
उनके लिए लाएं भोजन और कपड़े
कोई न हो पेट भूखा
कोई न हाथ हो खाली
आओ मनाएँ ऐसे अबकी दीवाली
आओ मनाएँ ऐसे अबकी दीवाली।

—रंजना माथुर दिनांक 09/10/2017
मेरी स्व रचित व मौलिक रचना
©

Language: Hindi
312 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ये दुनिया है
ये दुनिया है
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दिल पे पत्थर
दिल पे पत्थर
shabina. Naaz
कोंपलें फिर फूटेंगी
कोंपलें फिर फूटेंगी
Saraswati Bajpai
मै तो हूं मद मस्त मौला
मै तो हूं मद मस्त मौला
नेताम आर सी
*अभागे पति पछताए (हास्य कुंडलिया)*
*अभागे पति पछताए (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कोरोना चालीसा
कोरोना चालीसा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
#drarunkumarshastriblogger
#drarunkumarshastriblogger
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रात……!
रात……!
Sangeeta Beniwal
मूहूर्त
मूहूर्त
Neeraj Agarwal
💐प्रेम कौतुक-370💐
💐प्रेम कौतुक-370💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
यहां नसीब में रोटी कभी तो दाल नहीं।
यहां नसीब में रोटी कभी तो दाल नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
2925.*पूर्णिका*
2925.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
घमण्ड बता देता है पैसा कितना है
घमण्ड बता देता है पैसा कितना है
Ranjeet kumar patre
"कविता और प्रेम"
Dr. Kishan tandon kranti
निकला है हर कोई उस सफर-ऐ-जिंदगी पर,
निकला है हर कोई उस सफर-ऐ-जिंदगी पर,
डी. के. निवातिया
कर दिया उम्र में
कर दिया उम्र में
Dr fauzia Naseem shad
असर
असर
Shyam Sundar Subramanian
त्यागकर अपने भ्रम ये सारे
त्यागकर अपने भ्रम ये सारे
Er. Sanjay Shrivastava
किसी की लाचारी पर,
किसी की लाचारी पर,
Dr. Man Mohan Krishna
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
5) कब आओगे मोहन
5) कब आओगे मोहन
पूनम झा 'प्रथमा'
मिलना था तुमसे,
मिलना था तुमसे,
shambhavi Mishra
दोस्ती तेरी मेरी
दोस्ती तेरी मेरी
Surya Barman
*रात से दोस्ती* ( 9 of 25)
*रात से दोस्ती* ( 9 of 25)
Kshma Urmila
*।। मित्रता और सुदामा की दरिद्रता।।*
*।। मित्रता और सुदामा की दरिद्रता।।*
Radhakishan R. Mundhra
सुई नोक भुइ देहुँ ना, को पँचगाँव कहाय,
सुई नोक भुइ देहुँ ना, को पँचगाँव कहाय,
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
नज़्म
नज़्म
Shiva Awasthi
धमकियां शुरू हो गई
धमकियां शुरू हो गई
Basant Bhagawan Roy
Loading...