Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jan 2017 · 1 min read

“||अधूरा इश्क़ 2 ||”

“क्यूँ ख़ामोशी सी छा जाती है
क्यूँ तनहा सा हो जाता हूँ
कभी प्यार में पागल होता हूँ
तो कभी पागल प्रेमी हो जाता हूँ ,
देख तुझे तस्वीरों में
सपनों में तेरे खो जाता हूँ
पाने की एक झलक में तेरे
खुद से तनहा हो जाता हूँ ,
बहती इन फिजाओं में
खुशबू तेरी ही बसती है
है दूर तू मुझसे आज भले
हर एहसास में तू मेरे रहती है ,
बनके शोला दहकती है दिल में
जलती है आखों में चिंगारी सी तू
तू है ख्वाब मेरा और मंजिल मेरी
फिर क्यूँ अधूरी सी लगती है तू ,
जब भी सोचु मै पास तुझे
दूर ही मुझसे तू लगती है
देखू जो तुझे जीवन में
तो गैरों सी तू क्यूँ लगती है ,
छोड़ मुकद्दर पे देता मै
काश ये फैसला मेरा होता
मांगता हर पल खुशियों में
काश जो एक पल तू मेरा होता ||”

Language: Hindi
340 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
भव्य भू भारती
भव्य भू भारती
लक्ष्मी सिंह
جستجو ءے عیش
جستجو ءے عیش
Ahtesham Ahmad
मुझ को किसी एक विषय में मत बांधिए
मुझ को किसी एक विषय में मत बांधिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
"ऐ जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
उजाले को वही कीमत करेगा
उजाले को वही कीमत करेगा
पूर्वार्थ
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
Buddha Prakash
नारी है तू
नारी है तू
Dr. Meenakshi Sharma
आँखें
आँखें
Neeraj Agarwal
इंसान से हिंदू मैं हुआ,
इंसान से हिंदू मैं हुआ,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
क्या वायदे क्या इरादे ,
क्या वायदे क्या इरादे ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
ऐ बादल अब तो बरस जाओ ना
ऐ बादल अब तो बरस जाओ ना
नूरफातिमा खातून नूरी
24/252. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/252. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बुरा समय था
बुरा समय था
Swami Ganganiya
अश्क तन्हाई उदासी रह गई - संदीप ठाकुर
अश्क तन्हाई उदासी रह गई - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
Sari bandisho ko nibha ke dekha,
Sari bandisho ko nibha ke dekha,
Sakshi Tripathi
मनमोहिनी प्रकृति, क़ी गोद मे ज़ा ब़सा हैं।
मनमोहिनी प्रकृति, क़ी गोद मे ज़ा ब़सा हैं।
कार्तिक नितिन शर्मा
कैसे पाएं पार
कैसे पाएं पार
surenderpal vaidya
मुझे चाहिए एक दिल
मुझे चाहिए एक दिल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मंत्र  :  दधाना करपधाभ्याम,
मंत्र : दधाना करपधाभ्याम,
Harminder Kaur
*जरा सोचो तो जादू की तरह होती हैं बरसातें (मुक्तक) *
*जरा सोचो तो जादू की तरह होती हैं बरसातें (मुक्तक) *
Ravi Prakash
देश-विक्रेता
देश-विक्रेता
Shekhar Chandra Mitra
,,
,,
Sonit Parjapati
तेरी नियत में
तेरी नियत में
Dr fauzia Naseem shad
🌹🌹🌹फितरत 🌹🌹🌹
🌹🌹🌹फितरत 🌹🌹🌹
umesh mehra
-- मैं --
-- मैं --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
💐प्रेम कौतुक-498💐
💐प्रेम कौतुक-498💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
■ आज की बात....!
■ आज की बात....!
*Author प्रणय प्रभात*
यह कैसी खामोशी है
यह कैसी खामोशी है
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
Keshav kishor Kumar
झुर्री-झुर्री पर लिखा,
झुर्री-झुर्री पर लिखा,
sushil sarna
Loading...