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28 Oct 2016 · 1 min read

अंतर्तम प्रकाशित कर लो

भौतिक जग में उजियारे संग
अतंर्तम प्रकाशित कर लो ।
जय पाओ मन के अंधियारे पर
अंधकार धरा का सब हर लो ।

करें कामना सबके हित की
सबके हित में अपना हित हो
दीप जलें तो जलें प्रेम के
द्वेष भरा न कोई चित्त हो ।

डॉ रीता
आया नगर,नई दिल्ली ।

Language: Hindi
259 Views
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