Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jan 2017 · 1 min read

सबसे बडा भूत

जब मै छोटा बच्चा था
दादी माँ ने सुनाया जो मुझे
वो भूतो का किस्सा था
मै दिल का कच्चा था
भूतो से डरना तब
मेरे जीवन का इक हिस्सा था
धीरे-धीरे बडा हुआ मै
लगी पता मुझे वास्तविकता
नही है कोई भूतो का अता-पता
भूतो का वो किस्सा केवल किस्सा था
आज के वैंज्ञानिक युग मे
उनका न कोई हिस्सा था
पहली बार मेने जब अखबार खोला था
उसमे छपा किसी हत्या का डिंडोरा था
दूसरे दिन खोला तो
उसमे थी खबर की
बेचारी अबला पर किसी ने
कर दिया तेजाबी हमला था
तीसरे दिन अखबार खोला तो
आतंकवाद का बोलबाला था
रोज-रोज देखकर यह सब
समझ मुझे ये आया था
की भूतो का नाम तो
किसी इंसान ने खराब किया था
क्योकि धरती पर इंसान से बडे भूत ने
जन्म ही नही लिया था।
कृष्ण सैनी

Language: Hindi
1 Like · 404 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हिन्दी दोहा बिषय-जगत
हिन्दी दोहा बिषय-जगत
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
-  मिलकर उससे
- मिलकर उससे
Seema gupta,Alwar
💐प्रेम कौतुक-536💐
💐प्रेम कौतुक-536💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*प्रेम भेजा  फ्राई है*
*प्रेम भेजा फ्राई है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
#सामयिक_रचना
#सामयिक_रचना
*Author प्रणय प्रभात*
बिखरे ख़्वाबों को समेटने का हुनर रखते है,
बिखरे ख़्वाबों को समेटने का हुनर रखते है,
डी. के. निवातिया
आभार
आभार
Sanjay ' शून्य'
दुश्मन कहां है?
दुश्मन कहां है?
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
*भूमिका*
*भूमिका*
Ravi Prakash
Collect your efforts to through yourself on the sky .
Collect your efforts to through yourself on the sky .
Sakshi Tripathi
खुशी पाने की जद्दोजहद
खुशी पाने की जद्दोजहद
डॉ० रोहित कौशिक
सर्वनाम के भेद
सर्वनाम के भेद
Neelam Sharma
धीरे-धीरे रूप की,
धीरे-धीरे रूप की,
sushil sarna
बेरोजगारी
बेरोजगारी
पंकज कुमार कर्ण
आओ तो सही,भले ही दिल तोड कर चले जाना
आओ तो सही,भले ही दिल तोड कर चले जाना
Ram Krishan Rastogi
मन का आंगन
मन का आंगन
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
Go to bed smarter than when you woke up — Charlie Munger
Go to bed smarter than when you woke up — Charlie Munger
पूर्वार्थ
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
संघर्ष से‌ लड़ती
संघर्ष से‌ लड़ती
Arti Bhadauria
क्यों ? मघुर जीवन बर्बाद कर
क्यों ? मघुर जीवन बर्बाद कर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शिष्टाचार के दीवारों को जब लांघने की चेष्टा करते हैं ..तो दू
शिष्टाचार के दीवारों को जब लांघने की चेष्टा करते हैं ..तो दू
DrLakshman Jha Parimal
पुनर्वास
पुनर्वास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अंदर से टूट कर भी
अंदर से टूट कर भी
Dr fauzia Naseem shad
*कभी उन चीजों के बारे में न सोचें*
*कभी उन चीजों के बारे में न सोचें*
नेताम आर सी
201…. देवी स्तुति (पंचचामर छंद)
201…. देवी स्तुति (पंचचामर छंद)
Rambali Mishra
"लिहाज"
Dr. Kishan tandon kranti
ईश्वर, कौआ और आदमी के कान
ईश्वर, कौआ और आदमी के कान
Dr MusafiR BaithA
रंजीत शुक्ल
रंजीत शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
इन रावणों को कौन मारेगा?
इन रावणों को कौन मारेगा?
कवि रमेशराज
Loading...