Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 May 2017 · 1 min read

सफलता उसी को मिलता है

????
सफलता उसी को मिलता है,
जो मौके पर कदम उठाता है।

सभी के चेतना का
अपना एक स्तर होता है।

जो हमें काम करने के लिए,
सही फैसला लेना या उसे
टालने के लिए प्रेरित करता है।
????—लक्ष्मी सिंह ??

Language: Hindi
500 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
वक्त के इस भवंडर में
वक्त के इस भवंडर में
Harminder Kaur
ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
Dr. Alpana Suhasini
"दुविधा"
Dr. Kishan tandon kranti
चलना था साथ
चलना था साथ
Dr fauzia Naseem shad
भारतीय वनस्पति मेरी कोटेशन
भारतीय वनस्पति मेरी कोटेशन
Ms.Ankit Halke jha
💐प्रेम कौतुक-226💐
💐प्रेम कौतुक-226💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पड़ोसन की ‘मी टू’ (व्यंग्य कहानी)
पड़ोसन की ‘मी टू’ (व्यंग्य कहानी)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
■ प्रभात चिंतन...
■ प्रभात चिंतन...
*Author प्रणय प्रभात*
दूर की कौड़ी ~
दूर की कौड़ी ~
दिनेश एल० "जैहिंद"
कितने भारत
कितने भारत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
संघर्षी वृक्ष
संघर्षी वृक्ष
Vikram soni
ग़़ज़ल
ग़़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
फितरत,,,
फितरत,,,
Bindravn rai Saral
कान्हा घनाक्षरी
कान्हा घनाक्षरी
Suryakant Dwivedi
आए प्रभु करके कृपा , इतने दिन के बाद (कुंडलिया)
आए प्रभु करके कृपा , इतने दिन के बाद (कुंडलिया)
Ravi Prakash
गांव की बात निराली
गांव की बात निराली
जगदीश लववंशी
चंद्रयान
चंद्रयान
Mukesh Kumar Sonkar
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
वो कहते हैं की आंसुओ को बहाया ना करो
वो कहते हैं की आंसुओ को बहाया ना करो
The_dk_poetry
पानी जैसा बनो रे मानव
पानी जैसा बनो रे मानव
Neelam Sharma
होने को अब जीवन की है शाम।
होने को अब जीवन की है शाम।
Anil Mishra Prahari
पर्यावरण और प्रकृति
पर्यावरण और प्रकृति
Dhriti Mishra
नारी है तू
नारी है तू
Dr. Meenakshi Sharma
शुभ हो अक्षय तृतीया सभी को, मंगल सबका हो जाए
शुभ हो अक्षय तृतीया सभी को, मंगल सबका हो जाए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
#justareminderdrarunkumarshastri
#justareminderdrarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आजकल लोग का घमंड भी गिरगिट के जैसा होता जा रहा है
आजकल लोग का घमंड भी गिरगिट के जैसा होता जा रहा है
शेखर सिंह
चंद अशआर
चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
सितारों को आगे बढ़ना पड़ेगा,
सितारों को आगे बढ़ना पड़ेगा,
Slok maurya "umang"
आज की प्रस्तुति: भाग 6
आज की प्रस्तुति: भाग 6
Rajeev Dutta
कैसे वोट बैंक बढ़ाऊँ? (हास्य कविता)
कैसे वोट बैंक बढ़ाऊँ? (हास्य कविता)
Dr. Kishan Karigar
Loading...