शब्द शक्ति
भाषा की शक्ति जब दी है
ईश्वर ने हमको भरपूर ।
उसका हम सद्उपयोग करें ।
कर दे सारे शिकवे दूर।
क्यो कटु बोले क्यो निंदा रस घोले
मीठा बोले हो मसहूर।
शब्द शक्ति सबसे ताकतवर
कर देती सब कठिनाई दूर।
मन के भाव मूर्त करती है
समझ मे आये जो हो दूर।
केवल भाषा अलग बनाती
मानव सब जीवो का नूर।
विन्ध्यप्रकाश मिश्र