Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jan 2017 · 1 min read

* मौन गुस्ताखियां *

ये मौन गुस्ताखियां उसकी मुझे भाने लगी है
क्या वो मुझको दिल ही दिल चाहने लगी है
कब मौन खत्म हो उस नाज़नीन का और
हमको तुमसे प्यार हुआ है गीत गाने लगी है ।।
?मधुप बैरागी

Language: Hindi
294 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
माँ का प्यार पाने प्रभु धरा पर आते है ?
माँ का प्यार पाने प्रभु धरा पर आते है ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जनगणना मे मैथिली / Maithili in Population Census / जय मैथिली
जनगणना मे मैथिली / Maithili in Population Census / जय मैथिली
Binit Thakur (विनीत ठाकुर)
वो मुझे प्यार नही करता
वो मुझे प्यार नही करता
Swami Ganganiya
अधूरा प्रयास
अधूरा प्रयास
Sûrëkhâ Rãthí
भ्रम
भ्रम
Shiva Awasthi
फ़ब्तियां
फ़ब्तियां
Shivkumar Bilagrami
मैंने तो बस उसे याद किया,
मैंने तो बस उसे याद किया,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सरकारों के बस में होता हालतों को सुधारना तो अब तक की सरकारें
सरकारों के बस में होता हालतों को सुधारना तो अब तक की सरकारें
REVATI RAMAN PANDEY
भ्रम जाल
भ्रम जाल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
“अनोखी शादी” ( संस्मरण फौजी -मिथिला दर्शन )
“अनोखी शादी” ( संस्मरण फौजी -मिथिला दर्शन )
DrLakshman Jha Parimal
समय के पहिए पर कुछ नए आयाम छोड़ते है,
समय के पहिए पर कुछ नए आयाम छोड़ते है,
manjula chauhan
बड़े हौसले से है परवाज करता,
बड़े हौसले से है परवाज करता,
Satish Srijan
जन कल्याण कारिणी
जन कल्याण कारिणी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
*सुख-दुख में जीवन-भर साथी, कहलाते पति-पत्नी हैं【हिंदी गजल/गी
*सुख-दुख में जीवन-भर साथी, कहलाते पति-पत्नी हैं【हिंदी गजल/गी
Ravi Prakash
ये जो तेरे बिना भी, तुझसे इश्क़ करने की आदत है।
ये जो तेरे बिना भी, तुझसे इश्क़ करने की आदत है।
Manisha Manjari
सूरज दादा ड्यूटी पर (हास्य कविता)
सूरज दादा ड्यूटी पर (हास्य कविता)
डॉ. शिव लहरी
यादों की किताब पर खिताब
यादों की किताब पर खिताब
Mahender Singh
-- गुरु --
-- गुरु --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
मकसद कि दोस्ती
मकसद कि दोस्ती
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Alahda tu bhi nhi mujhse,
Alahda tu bhi nhi mujhse,
Sakshi Tripathi
कुछ राज़ बताए थे अपनों को
कुछ राज़ बताए थे अपनों को
Rekha khichi
बेरुखी इख्तियार करते हो
बेरुखी इख्तियार करते हो
shabina. Naaz
बहाना मिल जाए
बहाना मिल जाए
Srishty Bansal
"लबालब समन्दर"
Dr. Kishan tandon kranti
राजस्थान
राजस्थान
Anil chobisa
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
_सुविचार_
_सुविचार_
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Loading...