Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2016 · 1 min read

मेरा सनम मुझको आज हंसाने आया था

मेरा सनम मुझको आज हंसाने आया था
जिसने मुझको ही बहुत कल रुलाया था

जहाँ में मेरा भी यारों अब नाम हो गया है
फ़कत किसी की मुहब्बत ने यह कराया था

कमजोर नहीं दिवारें हैं मेरे घर की जान लो
बड़ी ही जतन से मैने घर ये बनाया था

माँ की दुआ से ही यार आबाद रहा हरदम
छू ना सका मुझे कोई बुरा जो साया था

उझर गया है आशियाँ किसी की बेवफ़ाई से
कँवल ने प्यार से बड़े ही जिसे सजाया था

309 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
खिलौने वो टूट गए, खेल सभी छूट गए,
खिलौने वो टूट गए, खेल सभी छूट गए,
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
Dead 🌹
Dead 🌹
Sampada
माँ तस्वीर नहीं, माँ तक़दीर है…
माँ तस्वीर नहीं, माँ तक़दीर है…
Anand Kumar
*केले खाता बंदर (बाल कविता)*
*केले खाता बंदर (बाल कविता)*
Ravi Prakash
आज भी औरत जलती है
आज भी औरत जलती है
Shekhar Chandra Mitra
কি?
কি?
Otteri Selvakumar
अपार ज्ञान का समंदर है
अपार ज्ञान का समंदर है "शंकर"
Praveen Sain
रमेशराज के दस हाइकु गीत
रमेशराज के दस हाइकु गीत
कवि रमेशराज
💐 Prodigy Love-44💐
💐 Prodigy Love-44💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरी जिंदगी सजा दे
मेरी जिंदगी सजा दे
Basant Bhagawan Roy
चैन क्यों हो क़रार आने तक
चैन क्यों हो क़रार आने तक
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आसमां से आई
आसमां से आई
Punam Pande
बेड़ियाँ
बेड़ियाँ
Shaily
कदम चुप चाप से आगे बढ़ते जाते है
कदम चुप चाप से आगे बढ़ते जाते है
Dr.Priya Soni Khare
"दोस्ती"
Dr. Kishan tandon kranti
ख्वाबों से परहेज़ है मेरा
ख्वाबों से परहेज़ है मेरा "वास्तविकता रूह को सुकून देती है"
Rahul Singh
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
Sanjay ' शून्य'
साँप का जहर
साँप का जहर
मनोज कर्ण
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
Rj Anand Prajapati
आबाद सर ज़मीं ये, आबाद ही रहेगी ।
आबाद सर ज़मीं ये, आबाद ही रहेगी ।
Neelam Sharma
दो शे'र ( मतला और इक शे'र )
दो शे'र ( मतला और इक शे'र )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
यादों के सहारे कट जाती है जिन्दगी,
यादों के सहारे कट जाती है जिन्दगी,
Ram Krishan Rastogi
मोहन तुम से तुम्हीं हो, ग्रथित अनन्वय श्लेष।
मोहन तुम से तुम्हीं हो, ग्रथित अनन्वय श्लेष।
डॉ.सीमा अग्रवाल
नमस्कार मित्रो !
नमस्कार मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
23/191.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/191.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"झूठी है मुस्कान"
Pushpraj Anant
लगन लगे जब नेह की,
लगन लगे जब नेह की,
Rashmi Sanjay
वह ठहर जाएगा ❤️
वह ठहर जाएगा ❤️
Rohit yadav
■ परिहास...
■ परिहास...
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...