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3 Apr 2017 · 1 min read

मनहरण

मनहरण.
8887+4

प्यार हो सम्मान हो.
और दिलो में मान हो.
संस्कार दिल में रहे
रंग रूप साथ हो.

रूप रंग तब खिला.
आज पिया जब मिला.
दिल की ये चाहत है.
यू हाथो में हाथ हो.

प्यार हो इकरार हो.
न कभी तकरार हो.
मन से मन जो जुडे.
बिन बोले बात हो

संग जो सजन रहे.
न कोई शिकवे रहे.
प्यार की बस बात हो
न खतम रात हो.

संगीता शर्मा.
15/3/2017

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