Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Mar 2017 · 1 min read

** तूफ़ान से पहले शान्ति ***

तूफ़ान से पहले शांति होती है
तूफ़ान के बाद भी शांति होती है
फर्क सिर्फ इतना सा है मन में दबी
इच्छाऐं बाहर आने को आकुल होती है
हम उन्हें दबाने की कौशिश करते है और
वे और ज्यादा बलवती होकर तूफ़ान का रूप
ले लेती है और हम उन पर अपना नियंत्रण खो
देते हैं और वो हम पर पूर्णतः हावी हो जाती है
तूफ़ान के बाद की शांति ही वास्तविक
शांति होती है क्योकि तब हम अपने आप को पूर्णतः
निरीह प्राणी मानते हुए उस परम् सत्ता के प्रति अपने आप को समर्पित कर देते है क्योंकि तब हम
शक्तिहीन हो जाते है और हमें अपनी शक्ति पर पूर्ण विश्वास नही रह जाता ।
जीवन में आने वाले तूफानों से हमे घबराना नहीं है क्योंकि तूफ़ान के बाद की शांति वास्तविक
शान्ति होती है ।
चाहे प्रत्यक्ष जीवन में आनेवाला तूफ़ान हो
या फिर ह्रदय में आने वाला तूफ़ान हो ।
तूफ़ान के बाद की शांति ही वास्तविक शांति
होती है ।
? मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 376 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
जिंदगी की खोज
जिंदगी की खोज
CA Amit Kumar
बाबा नीब करौरी
बाबा नीब करौरी
Pravesh Shinde
मम्मी की डांट फटकार
मम्मी की डांट फटकार
Ms.Ankit Halke jha
घायल तुझे नींद आये न आये
घायल तुझे नींद आये न आये
Ravi Ghayal
2321.पूर्णिका
2321.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
संगठग
संगठग
Sanjay ' शून्य'
घंटा हिलाने वाली कौमें
घंटा हिलाने वाली कौमें
Shekhar Chandra Mitra
महान् बनना सरल है
महान् बनना सरल है
प्रेमदास वसु सुरेखा
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
इंसान हूं मैं आखिर ...
इंसान हूं मैं आखिर ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
*अहम ब्रह्मास्मि*
*अहम ब्रह्मास्मि*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
माँ को अर्पित कुछ दोहे. . . .
माँ को अर्पित कुछ दोहे. . . .
sushil sarna
भीड़ ने भीड़ से पूछा कि यह भीड़ क्यों लगी है? तो भीड़ ने भीड
भीड़ ने भीड़ से पूछा कि यह भीड़ क्यों लगी है? तो भीड़ ने भीड
जय लगन कुमार हैप्पी
दोस्ती देने लगे जब भी फ़रेब..
दोस्ती देने लगे जब भी फ़रेब..
अश्क चिरैयाकोटी
#सनातन_सत्य
#सनातन_सत्य
*Author प्रणय प्रभात*
*अखबारों में झूठ और सच, सबको सौ-सौ बार मिला (हिंदी गजल)*
*अखबारों में झूठ और सच, सबको सौ-सौ बार मिला (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
शेर
शेर
Monika Verma
जिनके जानें से जाती थी जान भी मैंने उनका जाना भी देखा है अब
जिनके जानें से जाती थी जान भी मैंने उनका जाना भी देखा है अब
Vishvendra arya
चंद्रयान-२ और ३ मिशन
चंद्रयान-२ और ३ मिशन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
धीरे धीरे  निकल  रहे  हो तुम दिल से.....
धीरे धीरे निकल रहे हो तुम दिल से.....
Rakesh Singh
बुद्ध सा करुणामयी कोई नहीं है।
बुद्ध सा करुणामयी कोई नहीं है।
Buddha Prakash
मुस्कुरा देने से खुशी नहीं होती, उम्र विदा देने से जिंदगी नह
मुस्कुरा देने से खुशी नहीं होती, उम्र विदा देने से जिंदगी नह
Slok maurya "umang"
गीत
गीत
दुष्यन्त 'बाबा'
इम्तहान ना ले मेरी मोहब्बत का,
इम्तहान ना ले मेरी मोहब्बत का,
Radha jha
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रात चाहें अंधेरों के आलम से गुजरी हो
रात चाहें अंधेरों के आलम से गुजरी हो
कवि दीपक बवेजा
"होरी"
Dr. Kishan tandon kranti
आओ ऐसा एक भारत बनाएं
आओ ऐसा एक भारत बनाएं
नेताम आर सी
तुम इतना सिला देना।
तुम इतना सिला देना।
Taj Mohammad
आ रही है लौटकर अपनी कहानी
आ रही है लौटकर अपनी कहानी
Suryakant Dwivedi
Loading...