Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jan 2017 · 1 min read

” ताज़पोशी है , गुलाबों की “

खुशनुमा पल ,
खुश है मौसम !
झूमती हैं बहारें ,
तरबतर हर क्षण !
नज़ाकत पल रही –
नवाबों सी !!

राज़ आँखों में ,
अब गहरे गहरे !
निगरानिया ज्यादा ,
बढ़ गये पहरे !
उम्मीदें सब रखें –
ज़वाबों की !!

बोल अधरों के ,
हैं अधर धरे !
प्रतीक्षा कर रही ,
पलक ठहरे ठहरे !
मीठी सी छुअन –
है ख़्वाबों की !!

Language: Hindi
Tag: गीत
656 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
😊गज़ब के लोग😊
😊गज़ब के लोग😊
*Author प्रणय प्रभात*
अब किसी से
अब किसी से
Dr fauzia Naseem shad
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
Buddha Prakash
"सुन रहा है न तू"
Pushpraj Anant
*नेताजी सुभाष चंद्र बोस (कुंडलिया)*
*नेताजी सुभाष चंद्र बोस (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Living life now feels like an unjust crime, Sentenced to a world without you for all time.
Living life now feels like an unjust crime, Sentenced to a world without you for all time.
Manisha Manjari
हुनर है झुकने का जिसमें दरक नहीं पाता
हुनर है झुकने का जिसमें दरक नहीं पाता
Anis Shah
शाम हो गई है अब हम क्या करें...
शाम हो गई है अब हम क्या करें...
राहुल रायकवार जज़्बाती
बारिश में नहा कर
बारिश में नहा कर
A🇨🇭maanush
प्रणय निवेदन
प्रणय निवेदन
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
वक्त
वक्त
Ramswaroop Dinkar
मंदिर का न्योता ठुकराकर हे भाई तुमने पाप किया।
मंदिर का न्योता ठुकराकर हे भाई तुमने पाप किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जैसे आँखों को
जैसे आँखों को
Shweta Soni
हाई रे मेरी तोंद (हास्य कविता)
हाई रे मेरी तोंद (हास्य कविता)
Dr. Kishan Karigar
जय अन्नदाता
जय अन्नदाता
gurudeenverma198
कुछ मन की कोई बात लिख दूँ...!
कुछ मन की कोई बात लिख दूँ...!
Aarti sirsat
जीवन
जीवन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कौन सोचता है
कौन सोचता है
Surinder blackpen
*तुम और  मै धूप - छाँव  जैसे*
*तुम और मै धूप - छाँव जैसे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
'मौन का सन्देश'
'मौन का सन्देश'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
2991.*पूर्णिका*
2991.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ब्राह्मण
ब्राह्मण
Sanjay ' शून्य'
सांवले मोहन को मेरे वो मोहन, देख लें ना इक दफ़ा
सांवले मोहन को मेरे वो मोहन, देख लें ना इक दफ़ा
The_dk_poetry
फितरती फलसफा
फितरती फलसफा
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
"किसे कहूँ मालिक?"
Dr. Kishan tandon kranti
जय श्री कृष्णा राधे राधे
जय श्री कृष्णा राधे राधे
Shashi kala vyas
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
डॉ.सीमा अग्रवाल
क्या लिखूँ....???
क्या लिखूँ....???
Kanchan Khanna
पल पल बदल रहा है
पल पल बदल रहा है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...