दोहे- उदास
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
शिक्षक ही तो देश का भाग्य निर्माता है
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
दादा का लगाया नींबू पेड़ / Musafir Baitha
मैं तुम्हारे ख्वाबों खयालों में, मद मस्त शाम ओ सहर में हूॅं।
सपनो का सफर संघर्ष लाता है तभी सफलता का आनंद देता है।
हां मैं इक तरफ खड़ा हूं, दिल में कोई कश्मकश नहीं है।
शिवकुमार बिलगरामी के बेहतरीन शे'र
छुपा है सदियों का दर्द दिल के अंदर कैसा
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] भाग–7