Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2017 · 1 min read

गमो का बोझ

गमो का बोझ जब
दिल से उठाया न गया
आंखों से अश्कों का राज़
भी छुपाया न गया ।

दर्दे दिल चाह कर भी
किसी को बताया न गया
जख्म दिया था जिसने
नाम उसका जुबां पे लाया न गया ।

रोशनी प्यार की कम थी
बुझते दीयों को जलाया न गया
कसूर शायद हमारा ही था
जो वादा हमसे निभाया न गया ।

गुजरा नही रूठा था कोई
आवाज दे के वापस बुलाया न गया
जिन्दगी रोज गुजरती रही
अहं हमसे दबाया न गया ।।

राज विग

Language: Hindi
469 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बाधाएं आती हैं आएं घिरे प्रलय की घोर घटाएं पावों के नीचे अंग
बाधाएं आती हैं आएं घिरे प्रलय की घोर घटाएं पावों के नीचे अंग
पूर्वार्थ
* बिखर रही है चान्दनी *
* बिखर रही है चान्दनी *
surenderpal vaidya
*राजनीति का अर्थ तंत्र में, अब घुसपैठ दलाली है 【मुक्तक】*
*राजनीति का अर्थ तंत्र में, अब घुसपैठ दलाली है 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
हाइकु (#हिन्दी)
हाइकु (#हिन्दी)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं  मैं।
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं मैं।
Sanjay ' शून्य'
रात्रि पहर की छुटपुट चोरी होते सुखद सबेरे थे।
रात्रि पहर की छुटपुट चोरी होते सुखद सबेरे थे।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
कुछ बातें ज़रूरी हैं
कुछ बातें ज़रूरी हैं
Mamta Singh Devaa
*मन के मीत किधर है*
*मन के मीत किधर है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
.....*खुदसे जंग लढने लगा हूं*......
.....*खुदसे जंग लढने लगा हूं*......
Naushaba Suriya
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
Rj Anand Prajapati
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जो लोग बिछड़ कर भी नहीं बिछड़ते,
जो लोग बिछड़ कर भी नहीं बिछड़ते,
शोभा कुमारी
एक सत्य यह भी
एक सत्य यह भी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
माँ
माँ
लक्ष्मी सिंह
अक्सर लोग सोचते हैं,
अक्सर लोग सोचते हैं,
करन ''केसरा''
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
बिल्ली
बिल्ली
Manu Vashistha
युवा दिवस विवेकानंद जयंती
युवा दिवस विवेकानंद जयंती
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
⚘️🌾Movement my botany⚘️🌾
⚘️🌾Movement my botany⚘️🌾
Ms.Ankit Halke jha
■ प्रणय का गीत-
■ प्रणय का गीत-
*Author प्रणय प्रभात*
💐 Prodigy Love-10💐
💐 Prodigy Love-10💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
क्या तुम इंसान हो ?
क्या तुम इंसान हो ?
ओनिका सेतिया 'अनु '
मन को एकाग्र करने वाले मंत्र जप से ही काम सफल होता है,शांत च
मन को एकाग्र करने वाले मंत्र जप से ही काम सफल होता है,शांत च
Shashi kala vyas
हर तीखे मोड़ पर मन में एक सुगबुगाहट सी होती है। न जाने क्यों
हर तीखे मोड़ पर मन में एक सुगबुगाहट सी होती है। न जाने क्यों
Guru Mishra
क्यों प्यार है तुमसे इतना
क्यों प्यार है तुमसे इतना
gurudeenverma198
सीख
सीख
Dr.Pratibha Prakash
खता खतों की नहीं थीं , लम्हों की थी ,
खता खतों की नहीं थीं , लम्हों की थी ,
Manju sagar
प्रणय 8
प्रणय 8
Ankita Patel
सच जिंदा रहे(मुक्तक)
सच जिंदा रहे(मुक्तक)
दुष्यन्त 'बाबा'
#दीनता_की_कहानी_कहूँ_और_क्या....!!
#दीनता_की_कहानी_कहूँ_और_क्या....!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
Loading...