Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Aug 2016 · 1 min read

काबिल है हम दोनों के….

बेपनाह मोहब्बत कीजिए या
नफ़रत
काबिल है हम दोनों के ऐ मेरे दोस्त,
नजरिया आपका अपना है
विश्वास न तोड़ना ऐ मेरे दोस्त
हमें धोखे से डर लगता है,
मोहब्बत नफरत में बदल जायेगी
नफरत मोहब्बत में,
विश्वास अगर बदल गया धोखे में
ऐ मेरे दोस्त
धोखा नही बदलता फिर विश्वास में,
हम आप पर बेपनाह विश्वास करते है
ऐ मेरे दोस्त,
बस आपको खोने से डर लगता है
धोखे से डर लगता है,
विश्वास न तोड़ना…..

^^^^दिनेश शर्मा^^^^

Language: Hindi
331 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दूर मजदूर
दूर मजदूर
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
प्रार्थना
प्रार्थना
Dr.Pratibha Prakash
दिल के टुकड़े
दिल के टुकड़े
Surinder blackpen
इंटरनेट
इंटरनेट
Vedha Singh
mujhe needno se jagaya tha tumne
mujhe needno se jagaya tha tumne
Anand.sharma
2731.*पूर्णिका*
2731.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कुछ यादें जिन्हें हम भूला नहीं सकते,
कुछ यादें जिन्हें हम भूला नहीं सकते,
लक्ष्मी सिंह
* आस्था *
* आस्था *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चंद अशआर
चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
मौन मुसाफ़िर उड़ चला,
मौन मुसाफ़िर उड़ चला,
sushil sarna
रात्रि पहर की छुटपुट चोरी होते सुखद सबेरे थे।
रात्रि पहर की छुटपुट चोरी होते सुखद सबेरे थे।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
कुदरत है बड़ी कारसाज
कुदरत है बड़ी कारसाज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
फूल सी तुम हो
फूल सी तुम हो
Bodhisatva kastooriya
ये किस धर्म के लोग हैं
ये किस धर्म के लोग हैं
gurudeenverma198
World Dance Day
World Dance Day
Tushar Jagawat
शोख लड़की
शोख लड़की
Ghanshyam Poddar
शातिर दुनिया
शातिर दुनिया
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
सत्य कुमार प्रेमी
हिंदी दिवस पर विशेष
हिंदी दिवस पर विशेष
Akash Yadav
नैया फसी मैया है बीच भवर
नैया फसी मैया है बीच भवर
Basant Bhagawan Roy
आजकल के बच्चे घर के अंदर इमोशनली बहुत अकेले होते हैं। माता-प
आजकल के बच्चे घर के अंदर इमोशनली बहुत अकेले होते हैं। माता-प
पूर्वार्थ
प्यार में
प्यार में
श्याम सिंह बिष्ट
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
साइकिल चलाने से प्यार के वो दिन / musafir baitha
साइकिल चलाने से प्यार के वो दिन / musafir baitha
Dr MusafiR BaithA
I want to collaborate with my  lost pen,
I want to collaborate with my lost pen,
Sakshi Tripathi
"हँसता था पहाड़"
Dr. Kishan tandon kranti
स्कूल चलो
स्कूल चलो
Dr. Pradeep Kumar Sharma
#कड़े_क़दम
#कड़े_क़दम
*Author प्रणय प्रभात*
मेरी मोहब्बत का चाँद
मेरी मोहब्बत का चाँद
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
कवि दीपक बवेजा
Loading...