Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jul 2017 · 1 min read

कन्यादान

नही कर्ण भी समता रखता नही कर्ण का दान महान,
सब दानों से बढ़कर होता एक बेटी का कन्यादान!

पिछले कितने सुकर्मों से, बेटी पैदा होती है,
गृहस्थी के संचालन में जो धैर्य कभी न खोती है

बेटे किसी मोड़ पर धोखा , दे दे भला कौन क्या जाने
पर निश्चित बेटी आएगी मात पिता को गले लगाने

शुभ गुण मंदिर सुन्दर है, जिस घर में बेटी होती है
बेटी का जिस पर हाथ लगे,पत्थर बन जाये मोती है

नही कभी वह अपनी होती, उसके साथ परायापन हैं
आँख में आंसू, कटु विदाई, बेटी ऐसा तेरा जीवन है

वह कोई संतान नहीं है है ईश्वर का एक वरदान
सब दानों से बढ़कर होता एक बेटी का कन्यादान।

– नीरज चौहान

Language: Hindi
1 Comment · 471 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ सगी तो खुशियां भी नहीं।
■ सगी तो खुशियां भी नहीं।
*Author प्रणय प्रभात*
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १०)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १०)
Kanchan Khanna
स्वास विहीन हो जाऊं
स्वास विहीन हो जाऊं
Ravi Ghayal
बच्चे
बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
फीके फीके रंग हैं, फीकी फ़ाग फुहार।
फीके फीके रंग हैं, फीकी फ़ाग फुहार।
Suryakant Dwivedi
गरिमामय प्रतिफल
गरिमामय प्रतिफल
Shyam Sundar Subramanian
कोई शिकवा है हमसे
कोई शिकवा है हमसे
कवि दीपक बवेजा
ज़िंदगी के वरक़
ज़िंदगी के वरक़
Dr fauzia Naseem shad
तू  फितरत ए  शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है
तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है
Dr Tabassum Jahan
माँ की कहानी बेटी की ज़ुबानी
माँ की कहानी बेटी की ज़ुबानी
Rekha Drolia
* माथा खराब है *
* माथा खराब है *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हर लम्हे में
हर लम्हे में
Sangeeta Beniwal
सच तो रंग होते हैं।
सच तो रंग होते हैं।
Neeraj Agarwal
अफ़सोस का बीज
अफ़सोस का बीज
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
It's not always about the sweet kisses or romantic gestures.
It's not always about the sweet kisses or romantic gestures.
पूर्वार्थ
मित्रता दिवस पर एक खत दोस्तो के नाम
मित्रता दिवस पर एक खत दोस्तो के नाम
Ram Krishan Rastogi
अंतिम सत्य
अंतिम सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
जुनून
जुनून
अखिलेश 'अखिल'
फिर वो मेरी शख़्सियत को तराशने लगे है
फिर वो मेरी शख़्सियत को तराशने लगे है
'अशांत' शेखर
श्रद्धांजलि
श्रद्धांजलि
Arti Bhadauria
भावनाओं की किसे पड़ी है
भावनाओं की किसे पड़ी है
Vaishaligoel
तेरे बग़ैर ये ज़िंदगी अब
तेरे बग़ैर ये ज़िंदगी अब
Mr.Aksharjeet
*दफ्तर बाबू फाइलें,अफसर मालामाल 【हिंदी गजल/दोहा गीतिका】*
*दफ्तर बाबू फाइलें,अफसर मालामाल 【हिंदी गजल/दोहा गीतिका】*
Ravi Prakash
होलिडे-होली डे / MUSAFIR BAITHA
होलिडे-होली डे / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
Shweta Soni
---- विश्वगुरु ----
---- विश्वगुरु ----
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
हरि हृदय को हरा करें,
हरि हृदय को हरा करें,
sushil sarna
सोने को जमीं,ओढ़ने को आसमान रखिए
सोने को जमीं,ओढ़ने को आसमान रखिए
Anil Mishra Prahari
रोम रोम है दर्द का दरिया,किसको हाल सुनाऊं
रोम रोम है दर्द का दरिया,किसको हाल सुनाऊं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"वक्त"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...