Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2017 · 1 min read

आ सजाऊँ भाल पर चंदन तरुण

चेतनामय लोकहित जागो निपुण।
धरणि पर बैकुंठ का हो अवतरण।
राष्ट्र पुलकित कहेगा सम्मान से।
आ सजाऊँ भाल पर चंदन तरुण।
़़़़़़़़़़़़़:़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़

● उक्त मुक्तक को “जागा हिंदुस्तान चाहिए” काव्य संग्रह के द्वितीय संस्करण के अनुसार परिष्कृत किया गया है।

● “जागा हिंदुस्तान चाहिए” काव्य संग्रह का द्वितीय संस्करण अमेजोन और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध है।

बृजेश कुमार नायक
सुभाष नगर ,कोंच
“जागा हिंदुस्तान चाहिए” एवं “क्रौंच सुऋषि आलोक” कृतियों के प्रणेता
03-05-2017

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 850 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मन से हरो दर्प औ अभिमान
मन से हरो दर्प औ अभिमान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
भक्ति एक रूप अनेक
भक्ति एक रूप अनेक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
देशभक्त
देशभक्त
Shekhar Chandra Mitra
महिला दिवस
महिला दिवस
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
यूज एण्ड थ्रो युवा पीढ़ी
यूज एण्ड थ्रो युवा पीढ़ी
Ashwani Kumar Jaiswal
तेरी उल्फत के वो नज़ारे हमने भी बहुत देखें हैं,
तेरी उल्फत के वो नज़ारे हमने भी बहुत देखें हैं,
manjula chauhan
*बड़े प्रश्न लें हाथ, सोच मत रखिए छोटी (कुंडलिया)*
*बड़े प्रश्न लें हाथ, सोच मत रखिए छोटी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ज़िन्दगी में सभी के कई राज़ हैं ।
ज़िन्दगी में सभी के कई राज़ हैं ।
Arvind trivedi
उठे ली सात बजे अईठे ली ढेर
उठे ली सात बजे अईठे ली ढेर
नूरफातिमा खातून नूरी
गजब गांव
गजब गांव
Sanjay ' शून्य'
रमेशराज के कहमुकरी संरचना में चार मुक्तक
रमेशराज के कहमुकरी संरचना में चार मुक्तक
कवि रमेशराज
Love Is The Reason Behind
Love Is The Reason Behind
Manisha Manjari
जब हासिल हो जाए तो सब ख़ाक़ बराबर है
जब हासिल हो जाए तो सब ख़ाक़ बराबर है
Vishal babu (vishu)
सपनों के सौदागर बने लोग देश का सौदा करते हैं
सपनों के सौदागर बने लोग देश का सौदा करते हैं
प्रेमदास वसु सुरेखा
मैं और दर्पण
मैं और दर्पण
Seema gupta,Alwar
सरहद पर गिरवीं है
सरहद पर गिरवीं है
Satish Srijan
गणेश जी का हैप्पी बर्थ डे
गणेश जी का हैप्पी बर्थ डे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हवायें तितलियों के पर काट लेती हैं
हवायें तितलियों के पर काट लेती हैं
कवि दीपक बवेजा
स्थायित्व कविता
स्थायित्व कविता
Shyam Pandey
अयाग हूँ मैं
अयाग हूँ मैं
Mamta Rani
ना बातें करो,ना मुलाकातें करो,
ना बातें करो,ना मुलाकातें करो,
Dr. Man Mohan Krishna
बड़ा ही हसीन होता है ये नन्हा बचपन
बड़ा ही हसीन होता है ये नन्हा बचपन
'अशांत' शेखर
पिता
पिता
Dr Manju Saini
चाहत
चाहत
Dr Archana Gupta
अलगौझा
अलगौझा
भवानी सिंह धानका "भूधर"
आजकल बहुत से लोग ऐसे भी है
आजकल बहुत से लोग ऐसे भी है
Dr.Rashmi Mishra
आरक्षण बनाम आरक्षण / MUSAFIR BAITHA
आरक्षण बनाम आरक्षण / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
2657.*पूर्णिका*
2657.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#महाभारत
#महाभारत
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...