Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jun 2017 · 1 min read

आत्मनिर्भरता

दहलीज के आधार ,पर स्त्रियों पर
संस्कार के मानक तय हैं समाज के द्वारा ।
अच्छे घर की लड़कियाँ
बसों पर धक्के नहीं खातीं ।
वे आत्मसम्मान के हेतु आवाज नहीं उठातीं
नहीं काटती चक्कर
थाने , कोर्ट-कचहरियों के ।
उनका कोई आत्मसम्मान ही कहाँ होता है ।
पुरुषों के बराबर खड़ी होतीं हैं वो ।
ऐसी स्त्रियों के लज्जा नहीं होती ।
अच्छे घरानों की नहीं होतीं हैं न!
वे जो हंस-हंसकर
पुरुषों से बात करती है न !
न्योता होता है उनके लिए ।
अच्छे घराने की स्त्रियाँ
पराए मर्दों से बात नहीं करतीं ।
इनका धंधा ही यही होता है ।
मुंह ये मुँह अंधेरे उठकर
अपने बच्चों के लिए निकल पड़ती हैं
पर्स टांगे बस स्टॉप की ओर ।
कई नजरें पीछा करती है राह में ।
क्या पता कब इशारा मिल जाए
उन्हें हक़ जमाने का ।
या अवसर मिल जाए कि
वह ऐसी स्त्रियों को दंडित कर सकें ।
जो आत्मनिर्भर होती हैं ,
खड़ी होती हैं पुरुषों के बराबर ।…..
निहारिका सिंह

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 1646 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*┄┅════❁ 卐ॐ卐 ❁════┅┄​*
*┄┅════❁ 卐ॐ卐 ❁════┅┄​*
Satyaveer vaishnav
*साइकिल (कुंडलिया)*
*साइकिल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कहां गए वे शायर?
कहां गए वे शायर?
Shekhar Chandra Mitra
मोबाइल
मोबाइल
लक्ष्मी सिंह
बारिश
बारिश
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
आओ एक गीत लिखते है।
आओ एक गीत लिखते है।
PRATIK JANGID
■ नया शब्द ■
■ नया शब्द ■
*Author प्रणय प्रभात*
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अन्नदाता,तू परेशान क्यों है...?
अन्नदाता,तू परेशान क्यों है...?
मनोज कर्ण
साहित्य में साहस और तर्क का संचार करने वाले लेखक हैं मुसाफ़िर बैठा : ARTICLE – डॉ. कार्तिक चौधरी
साहित्य में साहस और तर्क का संचार करने वाले लेखक हैं मुसाफ़िर बैठा : ARTICLE – डॉ. कार्तिक चौधरी
Dr MusafiR BaithA
"प्रेम सपन सलोना सा"
Dr. Kishan tandon kranti
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
समाज सुधारक
समाज सुधारक
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आज भी अधूरा है
आज भी अधूरा है
Pratibha Pandey
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-143के दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-143के दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
* इंसान था रास्तों का मंजिल ने मुसाफिर ही बना डाला...!
* इंसान था रास्तों का मंजिल ने मुसाफिर ही बना डाला...!
Vicky Purohit
आसमान को उड़ने चले,
आसमान को उड़ने चले,
Buddha Prakash
एकाकीपन
एकाकीपन
Shyam Sundar Subramanian
संवरना हमें भी आता है मगर,
संवरना हमें भी आता है मगर,
ओसमणी साहू 'ओश'
कुंडलिया छंद विधान ( कुंडलिया छंद में ही )
कुंडलिया छंद विधान ( कुंडलिया छंद में ही )
Subhash Singhai
.........,
.........,
शेखर सिंह
बंटते हिन्दू बंटता देश
बंटते हिन्दू बंटता देश
विजय कुमार अग्रवाल
मौसम आया फाग का,
मौसम आया फाग का,
sushil sarna
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
टिमटिमाता समूह
टिमटिमाता समूह
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
विचारों में मतभेद
विचारों में मतभेद
Dr fauzia Naseem shad
इश्क़ में भी हैं बहुत, खा़र से डर लगता है।
इश्क़ में भी हैं बहुत, खा़र से डर लगता है।
सत्य कुमार प्रेमी
शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana जिनका जीवन समर्पित है जनसेवा के लिए आखिर कौन है शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana ?
शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana जिनका जीवन समर्पित है जनसेवा के लिए आखिर कौन है शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana ?
Bramhastra sahityapedia
💐प्रेम कौतुक-182💐
💐प्रेम कौतुक-182💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
देश हमारा भारत प्यारा
देश हमारा भारत प्यारा
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...