Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Apr 2017 · 1 min read

अमलतास तरु एक मनोहर

ग्रीष्म ताप पर प्रतिस्पर्धा में
जीत सदा ही वो पाता है
पीत वसन में सँवर सँवर कर
जो लहर लहर मुस्काता है ।

तप्त हवा के संस्पर्शों से
मोहक रूप निखर जाता है ,
झूमे यौवन की मस्ती में
पुष्प – मुकुट धर इठलाता है ।

अमलतास तरु एक मनोहर
जिसको संग धूप का भाता
शीतल छाया सबको देकर
अहंकार से शीश उठाता ।

डॉ रीता
आया नगर , नई दिल्ली

Language: Hindi
307 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rita Singh
View all
You may also like:
उलझनें हैं तभी तो तंग, विवश और नीची  हैं उड़ाने,
उलझनें हैं तभी तो तंग, विवश और नीची हैं उड़ाने,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
भरत
भरत
Sanjay ' शून्य'
जिंदगी भी फूलों की तरह हैं।
जिंदगी भी फूलों की तरह हैं।
Neeraj Agarwal
मरा नहीं हूं इसीलिए अभी भी जिंदा हूं ,
मरा नहीं हूं इसीलिए अभी भी जिंदा हूं ,
Manju sagar
पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है।
पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है।
Taj Mohammad
सूरज दादा ड्यूटी पर (हास्य कविता)
सूरज दादा ड्यूटी पर (हास्य कविता)
डॉ. शिव लहरी
हे अल्लाह मेरे परवरदिगार
हे अल्लाह मेरे परवरदिगार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
यूँ इतरा के चलना.....
यूँ इतरा के चलना.....
Prakash Chandra
2555.पूर्णिका
2555.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
नारी को समझो नहीं, पुरुषों से कमजोर (कुंडलिया)
नारी को समझो नहीं, पुरुषों से कमजोर (कुंडलिया)
Ravi Prakash
न्योता ठुकराने से पहले यदि थोड़ा ध्यान दिया होता।
न्योता ठुकराने से पहले यदि थोड़ा ध्यान दिया होता।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
खुदीराम बोस की शहादत का अपमान
खुदीराम बोस की शहादत का अपमान
कवि रमेशराज
कुछ लोग किरदार ऐसा लाजवाब रखते हैं।
कुछ लोग किरदार ऐसा लाजवाब रखते हैं।
Surinder blackpen
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
Kanchan Khanna
"एक भगोड़ा"
*Author प्रणय प्रभात*
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
बाल कविता: मोर
बाल कविता: मोर
Rajesh Kumar Arjun
लांघो रे मन….
लांघो रे मन….
Rekha Drolia
मेरी सोच मेरे तू l
मेरी सोच मेरे तू l
सेजल गोस्वामी
माना कि दुनिया बहुत बुरी है
माना कि दुनिया बहुत बुरी है
Shekhar Chandra Mitra
हर खुशी पर फिर से पहरा हो गया।
हर खुशी पर फिर से पहरा हो गया।
सत्य कुमार प्रेमी
न बदले...!
न बदले...!
Srishty Bansal
* नहीं पिघलते *
* नहीं पिघलते *
surenderpal vaidya
ये वक्त कुछ ठहर सा गया
ये वक्त कुछ ठहर सा गया
Ray's Gupta
💐प्रेम कौतुक-402💐
💐प्रेम कौतुक-402💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चल सतगुर के द्वार
चल सतगुर के द्वार
Satish Srijan
*
*"नमामि देवी नर्मदे"*
Shashi kala vyas
विद्यालयीय पठन पाठन समाप्त होने के बाद जीवन में बहुत चुनौतिय
विद्यालयीय पठन पाठन समाप्त होने के बाद जीवन में बहुत चुनौतिय
पूर्वार्थ
बाबुल का आंगन
बाबुल का आंगन
Mukesh Kumar Sonkar
ग़जब सा सिलसला तेरी साँसों का
ग़जब सा सिलसला तेरी साँसों का
Satyaveer vaishnav
Loading...