Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2017 · 1 min read

अधूरी आस

अधूरी आस……।

सुनो,
है सब कुछ पास मेरे
फिर भी कुछ नहीं है पास ।
कुछ अधूरे से ख़्वाब हैं
साथ न पूरे होने का अहसास।
इक अधूरी सी है प्यास ।
अब न कोई हसरत ही बाक़ी
बची नहीं​ और कोई आस ।
है ज़िंदगी तमाशा बाज़ बहुत
रचाती रोज़ अजब सा रास ।
मुझे पहले से ही था आभास
बिना पंख होती नहीं परवाज़।
अधूरी अरमानों की धरती
अधूरा चाहत का आकाश।
अधूरी थी अधूरी है अधूरी रहेगी मेरे पास
बता कैसे पूरी होगी नीलम अधूरी सी ये आस।

नीलम शर्मा

Language: Hindi
Tag: गीत
482 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं
मैं
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
मोहि मन भावै, स्नेह की बोली,
मोहि मन भावै, स्नेह की बोली,
राकेश चौरसिया
💤 ये दोहरा सा किरदार 💤
💤 ये दोहरा सा किरदार 💤
Dr Manju Saini
अधूरा ज्ञान
अधूरा ज्ञान
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बँटवारा
बँटवारा
Shriyansh Gupta
मुक्तक-
मुक्तक-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
विश्व पुस्तक दिवस पर विशेष
विश्व पुस्तक दिवस पर विशेष
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सन् 19, 20, 21
सन् 19, 20, 21
Sandeep Pande
■ एक मिसाल...
■ एक मिसाल...
*Author प्रणय प्रभात*
23/176.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/176.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Tufan ki  pahle ki khamoshi ka andesha mujhe hone hi laga th
Tufan ki pahle ki khamoshi ka andesha mujhe hone hi laga th
Sakshi Tripathi
সেই আপেল
সেই আপেল
Otteri Selvakumar
तंग जिंदगी
तंग जिंदगी
लक्ष्मी सिंह
दिल के दरवाजे भेड़ कर देखो - संदीप ठाकुर
दिल के दरवाजे भेड़ कर देखो - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
मैं ज्योति हूँ निरन्तर जलती रहूँगी...!!!!
मैं ज्योति हूँ निरन्तर जलती रहूँगी...!!!!
Jyoti Khari
बाधाएं आती हैं आएं घिरे प्रलय की घोर घटाएं पावों के नीचे अंग
बाधाएं आती हैं आएं घिरे प्रलय की घोर घटाएं पावों के नीचे अंग
पूर्वार्थ
कोशिश कम न थी मुझे गिराने की,
कोशिश कम न थी मुझे गिराने की,
Vindhya Prakash Mishra
रंग बदलते बहरूपिये इंसान को शायद यह एहसास बिलकुल भी नहीं होत
रंग बदलते बहरूपिये इंसान को शायद यह एहसास बिलकुल भी नहीं होत
Seema Verma
कैसी लगी है होड़
कैसी लगी है होड़
Sûrëkhâ Rãthí
"शब्दों का संसार"
Dr. Kishan tandon kranti
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सदा मन की ही की तुमने मेरी मर्ज़ी पढ़ी होती,
सदा मन की ही की तुमने मेरी मर्ज़ी पढ़ी होती,
Anil "Aadarsh"
खाना खाया या नहीं ये सवाल नहीं पूछता,
खाना खाया या नहीं ये सवाल नहीं पूछता,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
जल से सीखें
जल से सीखें
Saraswati Bajpai
मुझे  बखूबी याद है,
मुझे बखूबी याद है,
Sandeep Mishra
मौन सभी
मौन सभी
sushil sarna
हज़ारों साल
हज़ारों साल
abhishek rajak
एक दिन
एक दिन
Ranjana Verma
बेगुनाही की सज़ा
बेगुनाही की सज़ा
Shekhar Chandra Mitra
हम तो किरदार की
हम तो किरदार की
Dr fauzia Naseem shad
Loading...