अजनबी
दो पल मे ही जीने की खुशी दे गया वो।
दिल से दिल लगाने की खुशी दे गया वो।
वह अमीर हो या गरीब हमे क्या मतलब,
बस रूखे लवो पर एक हंसी दे गया वो।
कल जो फकीर था उसके महल गगन चुमते है,
फकीर होकर भी इतनी दुआ दे गया वो।
जुस्तजु ने रूबरू करा दिया राज तुझको,
तिजोरी खोल के लुटाना दे इतनी दौलत दे गया वो।
राजेन्द्र कुशवाहा